गुजरात बोर्ड का परिणाम सामने आ गए हैं. मगर सूरत की जेल में पढ़ने वाले कैदियों ने भी कमाल कर दिया है. सूरत की जेल का 100 प्रतिशत रिजल्ट आया है. क्योंकि यहां पढ़ने वाले सभी कैदी पास हो गए हैं. सूरत की जेल में यह कमाल इसलिए हो पाया क्यों कि यहां पर जेलर और उनकी टीम ने पढ़ाई की इच्छा रखने वाले कैदियों की शिक्षा की पूरी व्यवस्था की है. गुजरात बोर्ड की परीक्षा में कुल 9 कैदियों ने परीक्षा दी थी जिसमें से सभी कैदी पास हो गए हैं. सभी कैदियों की परीक्षा की व्यवस्था गुजरात बोर्ड की तरफ से जेल के अंदर ही की गई थी. कैदियों के पास होने के बाद उन्हें मिठाई खिलाई गई. जेलर ने सभी पास हुए कैदियों को बधाई भी दी.
जो कैदी पढ़ना चाहते है उन्हे मोटिवेट भी किया जा रहा है. सूरत की लाजपोर जेल में दूसरे जेल के लिए सेंटर भी बनाया जाता है. सूरत की इसी जेल में नवसारी की जेल और भरूच की जेल में रहने वाले कैदियों की भी परीक्षा ली जाती है. भरूच और नवसारी जेल के कैदी भी पास हुए है. पास होने वाले कैदी अब दूसरे कैदियों को पढ़ने के लिए सपोर्ट करेंगे.
आजीवन उम्र कैद की सजा काट रहे आरोपी
सूरत की लाजपोर जेल में गुजरात बोर्ड की परीक्षा देने वाले कुल 9 कैदी शामिल थे, इसमें से 2 कैदी उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. 5 वर्ष में कुल 50 से ज्यादा कैदी सूरत की लाजपोर जेल की पढ़ाई व्यवस्था की वजह से पास हो चुके हैं. कई कैदी यहां से परीक्षा पास करने के बाद अब छूट चुके हैं लेकिन उन्होंने ग्रेजुएशन भी पास करके नौकरी में लग चुके हैं. जो कैदी 12वीं की परीक्षा पास कर चुके है. ये कैदी अब जेल से ही ग्रेजुएशन की तैयारी करेंगे.
जेल में कई शिक्षक लगाए गए थे
जेल में कैदियों को पढ़ने के लिए जेल प्रशासन ने एक अलग से क्लास रूम बनाया है. इसमें कैदियों को पढ़ने के लिए डीजीटल बोर्ड भी लगाए गए हैं. कैदियों को पढ़ाने के लिए लाइब्रेरी बनाई गई है, जिसमें 18 हजार किताबों का संग्रह किया गया है. ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों के लिए अलग-अलग कई यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर भी पढ़ाने के लिए आते हैं.
Source : News Nation Bureau