देश में कोरोना वायरस ( Corona Virus ) से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के चलते इस साल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द किए जाने के बाद अब कई राज्यों ने भी अपने यहां एक्जाम रद्द कर दिए हैं. इसी क्रम में मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड के बाद अब राजस्थान में बोर्ड की परीक्षाएं कैंसिल कर दी गई हैं. राजस्थान में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) की 10वीं एवं 12वीं में कुल 21 लाख छात्र-छात्राएं हैं. बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने को लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का भी खास दबाव था, क्योंकि प्रियंका गांधी ने सीबीएसई सहित राज्यों की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग उठा रखी थी.
बोर्ड एग्जाम को लेकर गहलोत मंत्री परिषद की बैठक में बुधवार को बड़ा फैसला लिया गया है. सभी मंत्रियों ने बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त करने पर सहमति दी. इस बैठक में राजस्थान बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं.
वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में 12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं इस बार आयोजित नहीं की जाएंगी. बच्चों की जिन्दगी हमारे लिए अनमोल है. जब पूरा देश और राज्य कोरोना को प्रकोप झेल रहा है ऐसे में बच्चों पर परीक्षा का मानसिक बोझ उचित नहीं है. 10 वीं बोर्ड की परीक्षाएं न कराने का निर्णय पहले ही किया गया था, आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परिणाम घोषित किया जाएगा. अगर 12 वीं का कोई बच्चा बेहतर परिणाम के लिए परीक्षा देना चाहेगा तो विकल्प खुला रहेगा, कोरोना संकट की समाप्ति के बाद वो 12 वीं की परीक्षा दे सकेगा.
इससे पहले गुजरात माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने भी कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा ( Board Exams ) रद्द करने का फैसला लिया है. राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडासमा ने खुद इसकी जानकारी दी है.
उधर, मंगलवार को सीबीएसई की 12 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द की जा चुकी हैं. मंगलवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को सीबीएसई की बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. सीबीएसई के साथ ही आईसीएसई ने भी 12वीं की बोर्ड परिक्षाएं रद्द करने का निर्णय लिया है. बैठक में निर्णय लिया गया कि बारहवीं कक्षा के छात्रों का परिणाम बेहतर मानदंड के अनुसार समयबद्ध तरीके से घोषित किया जाएगा. हालांकि 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द किए जाने के फैसले का न केवल छात्र, बल्कि विभिन्न स्कूलों के प्रबंधक, शिक्षक और प्रिंसिपल भी सराहना कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau