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Career Option: अगर आप भी बनना चाहते हैं एस्ट्रोनॉट, तो यहां पढ़ें कोर्स, कॉलेज सहित फीस की पूरी जानकारी

अगर आपका भी सपना अंतरिक्ष में जाने का है. तो इसके लिए आपको एस्ट्रोनॉट की तैयारी करनी होगी. वहीं कुछ लोगों का एस्ट्रोनॉट बनने का सपना बचपन से होता है. और कुछ का जब से चंद्रयान 3 लॉन्च हुआ था.

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Publive Team
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एस्ट्रोनॉट कैसे बने?

एस्ट्रोनॉट कैसे बने?( Photo Credit : Social Media )

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क्या आसमान में तारे और चांद को देखकर कई तरह के सवाल उठते हैं?  क्या कभी मन होता है कि काश में भी आसमान में उड़ सकता या देख सकता. अब आसमान में उड़ना और चांद तारों तक पहुंचना उतना भी मुश्किल नहीं है जितना आप सोच रहे हैं. क्योंकि अंतरिक्ष में जाने के लिए आपके पास कई ऑप्सन है. अपने सपने को पूरा करने के साथ-साथ आप एक करियर ऑप्सन के तौर पर भी देख सकते हैं. तो चलिए जानते हैं एस्ट्रोनॉट कैसे बनें?

कैसे बने एस्ट्रोनॉट

सबसे पहले आपको बताते है कि एस्ट्रोनॉट बनने के लिए फिजिकली और मेंटली फिट होना जरूरी है. इसके साथ ही स्पेस साइंस के बारे में भी जानकारी जरूरी है. एस्ट्रोनॉट को हर परिस्थिति में सर्वाइव करने की ट्रेनिंग दी जाती है.

 एस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपको बैचलर डिग्री में इंजीनियरिंग, बायोलॉजिकल साइंस, फिजिकल साइंस, कंप्यूटर साइंस या फिर मैथ्स में होनी चाहिए. इसके साथ ही आपके पास तीन साल का इंटर्नशिप एक्सपीरियंस होनी चाहिए. इसके लिए आपकी हाइट 5 फीट 2 इंच होनी चाहिए. एस्ट्रोनॉट बनने के लिए आप आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur), मद्रास इंसटीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT Madras), आईआईएसटी तिरुवनंतपुरम और अन्ना यूनिवर्सिटी से कोर्स कर सकते हैं. 

इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए जेईई मेन्स, जेईई एडवांस्ड, गेट, आईआईटी जैम जैसे एंट्रेंस एग्जाम देने होंगे. इसके अलावा आप इन कोर्सेस में पीजी या पीएचडी भी कर सकते हैं. डॉक्टरेट या एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की डिग्री भी जरूरी है. एस्ट्रोनॉट बनने के लिए सबसे पहले आपका फिट होना बहुत जरूरी है. इसके लिए आपका फिजिकल टेस्ट होगा. जिसमें कई बॉडी पार्ट्स के टेस्ट होते है. जिसमें आपकी आंखो का टेस्ट भी किया जाता है. जो इसमें पास होने के बाद सेलेक्शन किया जाता है. आपकी उम्र 26 साल से लेकर 46 साल के बीच होनी चाहिए.

इतनी मिलती है सैलेरी 

भारत में ISRO में एस्ट्रोनॉट बनकर काम कर सकते हैं इसके अलावा  NASA में भी आपको आपकी योग्यता पर मौका मिल सकता है. एस्ट्रोनॉट बनने के बाद आपके पास कई ऑप्शन होते हैं. एस्ट्रोनॉट की शुरुआती सैलरी 10-12 लाख रुपये और बाद में 50-60 लाख रुपये तक सालाना मिलते हैं. 

कैसे होता है काम

कोर्स पूरा करने के बाद जब आप इसरो या नासा में कान करने के लिए सलेक्ट होते हैं तो इसके बाद आपको कम से कम दो साल की ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग के दौरान जिसे अंतरिक्ष यान चलाने, अंतरिक्ष यान में यात्रा करने या अंतरिक्ष में काम करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती  है. आपको स्विमिंग अच्छी तरह से आनी चाहिए, क्योंकि स्पेस में एस्ट्रोनॉट को जीरो ग्रेविटी में भी अपने आप को एडजस्ट करना पड़ता है. इस टेस्ट में एस्ट्रोनॉट को एक गोल घूमने वाली मशीन पर बैठाया जाता है और उन्हें 360 डिग्री पर बहुत रफ्तार से घुमाया जाता है. इस टेस्ट के दौरान जीरो ग्रैविटी भी होती है. ऐसे में एस्ट्रोनॉट की सहनशीलता का टेस्ट होता है. मिशन के दौरान भी एस्ट्रोनॉट के मानसिक स्वास्थ्य पर नजर रखी जाती है.

 NASA क्या है? 

एस्ट्रोनॉट बनने से पहले आपको NASA के बारे में जानना चाहिए. यदि आप NASA में एस्ट्रोनॉट बनते हैं तो आपको अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजा जाता है. जहां से आपको पूरी दुनिया एक अलग ही रूप में नजर आती है. इसके अलावा NASA की ओर से लोगों को स्पेस मिशन पर भी भेजा जाता है. वहीं NASA को दुनिया की सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी भी कहा जाता है. NASA में जाने से पहले आपको कुछ एग्जाम भी क्लीयर करने होते है. इसके अलावा आपको अंग्रजी और रशियन लैंग्वेज आनी चाहिए. वहीं NASA में  एस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपके पास अमेरिकी नागरिकता होनी जरूरी है. NASA में अप्लाई करने के लिए आपको सबसे पहले NASA की साइट nasa.gov पर जाएं. इसके बाद करियर सेक्शम में जाएं. इसके बाद आपके पास नौकरियों की लिस्ट आ जाएगी. आप अपनी योग्यता अनुसार वैकेंसी देखकर आवेदन कर सकते हैं. 

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Source : News Nation Bureau

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