सही करियर के लिए कौन से कॉलेज का चयन करें, इस विषय को लेकर छात्रों के बीच हमेशा उलझन रहती है, जिसके लिए 'यूथ4वर्क' आपको अपने करियर को बेहतर बनाने के लिए अपनी प्रतिभा के विकास में मदद करता है।
अब वह स्थिति नहीं है, जब करियर मान्यता को नौकरी के विकास से ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता था। आज के समय में कर्मचारियों की मान्यता और कर्मचारियों का विकास दोनों ही समान रूप से महत्वपूर्ण है।
लेकिन सवाल यह है कि क्या आप यह जानते है कि कौन सा मार्ग आपके लिए उचित है।
हर किसी का सपना होता है कि वह सर्वश्रेष्ठ संस्थान से एमबीए करें लेकिन हर कोई यह नहीं कर पाता है, क्योंकि उसके लिए उन्हें जैसी परीक्षाओं में अच्छे अंकों के साथ सफल होना होगा जो बहुत से छात्रों के लिए चुनौती पूर्ण कार्य होता है।
लेकिन भारतीय छात्रों ने यह पाया है कि करियर के विकास और सफलता के लिए सबसे उचित माध्यम एमबीए (मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) है आप चाहे कॉमर्स/ इंजीनियरिंग/ साइंस के छात्र हो आप एमबीए के माध्यम से अपने करियर का विकास कर सकते है।
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युवाओं ने पाया है कि हर कंपनी के लिए एमबीए एक सरल और उचित मार्ग है और इसमें उन्हें अच्छा वेतन भी दिया जाता है। इस विचारधारा के कारण एमबीए की डिग्री का चयन करने वाले युवाओं के आंकड़ों में अचानक वृद्धि देखी गई है।
इस प्रतिस्पर्धी दुनिया में एमबीए की योग्यता आपको उन सभी छात्रों से आगे बढ़ने में मदद करती है जो समय के महत्व को नहीं समझ पाते है। नवीनतम रुझानों को यदि देखा जाए तो 2018 में सर्वाद्धिक चर्चा का विषय एमबीए कोर्स को माना गया है।
सरकारी कॉलेजए आईआईएम अहमदाबाद की एक रिपोर्ट में यह पाया गया कि इंजीनियरिंग क्षेत्र से संबंधित छात्रों ने एमबीए कोर्स में अधिक रुचि दिखाई है।
इस रिपोर्ट के आंकड़ों को यदि देखा जाए तो लगभग 79 फीसदी (247 छात्रों में से 195 छात्र) छात्र इंजीनियरिंग क्षेत्र से संबंधित हैं, जबकि कॉमर्स क्षेत्र से लगभाग 14 फीसदी (35 छात्र), साइंस क्षेत्र से लगभाग फीसदी (12 छात्र) तथा मैनेजमेंट क्षेत्र से लगभग 1 फीसदी (2 छात्र) है।
पिछले 3 वर्षों में इंजीनियरिंग क्षेत्र से संबंध नहीं रखने वाले उम्मीदवारों की संख्या में 3.5 फीसदी की वृद्धि हुई है, यानी 2017 -2019 में 32 फीसदी होने की संभावना है।
यह स्थिती केट परीक्षा (सामान्य योग्यता परीक्षा) में सफलता प्राप्त करने के लिए प्राप्त अंकों में आई कमी के कारण भी है, जो 80 फीसदी से 70 फीसदी तक घट गया है क्योंकि मात्रात्मक और डेटा इंटरप्रेटेशन में सफलता प्राप्त करना मुश्किल है।
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एफएमएस (2005 - 2007) के आंकड़ों में भी इंजीनियरिंग क्षेत्र के साथ इंजीनियरिंग क्षेत्र से संबंध ना रखने वाले छात्रों की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
जिसके अनुसार 78 फीसदी इंजीनियरिंग छात्र, सात फीसदी कॉमर्स और मैनेजमेंट के छात्र, चार फीसदी आर्ट के छात्र, एक फीसदी साइंस और तीन फीसदी अन्य क्षेत्रों से संबंधित छात्र है।
एमडीआई गुड़गांव जैसे निजी कॉलेज के आंकड़ों के अनुसार इंजीनियरिंग छात्रों ने मैनेजमेंट कोर्स में अधिक रूचि दिखाई है।
इसके मुताबिक 2015-2017 में लगभग 87 फीसदी इंजीनियरिंग क्षेत्र से संबंध रखने वाले छात्रों ने एमबीए का चयन किया, जिसमें सात फीसदी कॉमर्स के छात्र और चार फीसदी आर्ट के छात्र है।
लेकिन सवाल अभी भी बाकी है कि सर्वश्रेष्ठ कॉलेज का चयन कैसे करें, कॉलेज में प्रवेश शुरू हो गए है जिसके कारण हर छात्र के मन में एक ही सवाल है कि उन्हें कौन से कॉलेज का चयन करना चाहिए जो उन्हें सर्वश्रेष्ठ पाठ्यक्रम, सर्वोत्तम प्लेसमेंट, सर्वोत्तम फैकल्टी और सर्वोत्तम छात्रावास की सुविधाओं मौजूद कराए।
हमने ऐसी बहुत सी साइट देखी हैं जो हमें इन प्रश्नों का उत्तर प्रदान करती हैं लेकिन क्या वे सभी साइट भरोसेमंद हैं? क्या वहां दी गई समीक्षाएं वास्तविक हैं?
इन सभी साइट में प्रश्न तो समान है लेकिन उत्तर के लिए किसी भी प्रकार का कोई फिल्टर प्रयोग नहीं किया गया है, वह उत्तर किसी भी व्यक्ति द्वारा दिए जाते हैं जिन्होंने उस कॉलेज के बारे में सुना हो या उस कॉलेज से कोई संबंध हो या वहां पढ़ हो।
लेकिन लोग चाहते हैं कि उनके इस प्रश्न का उत्तर विशेषज्ञों द्वारा या कॉलेज के छात्रों और अनुभवी / ग्रेजुएट/ पोस्टग्रेजुएट छात्रों के द्वारा दिया जाए।
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Source : IANS