गुजरात के मेहसाना जिले की रहने वाली निमिषा पटेल ने CA IPCC 2018 की परीक्षाओं में वो कमाल कर दिखाया, जो प्रत्येक सीए छात्र का सपना होता है. निमिषा ने CA IPCC 2018 में देश भर में 10वां स्थान प्राप्त किया. निमिषा ने कुल 800 में से 626 अंक प्राप्त किए हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि निमिषा के पिता केशव पटेल पान की दुकान चलाते हैं. निमिषा की इस सफलता से केवल वे खुद और उनका परिवार ही नहीं बल्कि पूरा गांव बहुत खुश है. जिसके पीछे एक बहुत बड़ी वजह भी है.
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दरअसल, निमिषा बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में काफी तेज हैं. शिही गांव के लोगों ने केशव पटेल से कहा कि उनकी बिटिया एक बहुत बेहतरीन निवेश हैं. केशव पटेल अपनी बेटी की पूरी पढ़ाई का खर्च नहीं उठा सकते थे, इसलिए गांव वालों ने निमिषा की पढ़ाई में आर्थिक मदद की. गांव वालों का मानना है कि निमिषा जब पढ़-लिखकर बड़ी हो जाएगी, तब वह गांव के बाकी बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी पूरी मदद करेगी. निमिषा ने बताया कि गांव के रमेश, कीर्ति और कल्पेश पटेल ने उनकी पढ़ाई में आर्थिक मदद की.
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निमिषा का भाई सिविल इंजीनियर है. बता दें कि निमिषा के पिता ने हीरे की पॉलिशिंग में मजदूरी का काम किया करते थे. जिसके बाद उन्होंने बंटाई पर खेती भी की. जिसके बाद उन्होंने गांव में ही एक पान की दुकान खोल ली थी. केशव पटेल ने अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई से कभी-भी समझौता नहीं किया. उन्होंने लोन पर पैसे लेकर बेटे को पढ़ा-लिखाकर इंजीनियर बना दिया. निमिषा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही की. पांचवी पास करने के बाद वह वडनगर के जवाहर नवोदय विद्यालय में आगे की पढ़ाई की. स्कूल शिक्षा के बाद निमिषा ने गांधीनगर और अहमदाबाद में रहकर भी पढ़ाई की.
Source : Sunil Chaurasia