Coaching Centre Deaths: हाल ही में हुए दिल्ली कोचिंग हादसे में तीन लोगों की मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को स्वत:संज्ञान लिया है. साथ ही केंद्र तथा दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है. न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां की पीठ ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई हालिया घटना सभी के लिए आंखें खोलने वाली है.पीठ ने कहा, "ये स्थान (कोचिंग सेंटर) मौत के कमरे बन गए हैं. जब तक सुरक्षा मानदंडों और सम्मानजनक जीवन के लिए बुनियादी मानदंडों का पूर्ण अनुपालन नहीं किया जाता है, तब तक कोचिंग संस्थान ऑनलाइन संचालित हो सकते हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार
कोचिंग सेंटर देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले उम्मीदवारों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं." शुक्रवार को, दिल्ली उच्च न्यायालय ने ओल्ड राजेंद्र नगर में राऊ के आईएएस स्टडी सर्किल में तीन छात्रों की मौत की जांच शहर की पुलिस से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी थी, ताकि जनता को जांच पर कोई संदेह न हो. इसके अलावा आर्थिक सहायता देने की भी बात कही गई है. विकास दिव्यकिर्ति ने 10 लाख रु पीड़ित परिवार के लिए ऐलान किया है.
अन्य राज्यों में भी कोचिंगों का लिया गया जायजा
दिल्ली में इस हादसे के बाद कई राज्य के सरकारों ने अपने शहर के कोचिंग-कोचिंग का जायजा लेना शुरू कर दिया है. वहीं दिल्ली में 30 से ज्यादा कोचिंगों को सील कर दिया गया है. इन कोचिंग में दिल्ली के दृष्टी कोचिंग नेहरू विहार ब्रांच के बेसमेंट को भी सील कर दिया गया था. इसके अलावा पटना के खान सर के कोचिंग का भी जायजा लिया गया था. इस मामले को गंभिरता से लेते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने जांच को सीबीआई को सौंप दिया है.जांच जारी है, अबतक सीबीआई की तरफ से कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
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