दिल्ली के राउ कोचिंग में हुए हादसे के बाद गुस्साए स्टूडेंट्स टीचर विकास और अवध ओझा को जमकर ट्रोल कर रहे थे. सोशल मीडिया पर हर तरफ उनकी गैरमौजूदगी पर सवाल उठाए जा रहे थे.खबरों में आने के बाद दोनों टीचरों ने चुप्पी तोड़ी है. विकास दिव्यकिर्ति और अवध ओझा ने चार स्टूडेंट्स के मौत पर एक इंटरव्यू में अपनी बात रखी है, इसके अलावा दृष्टि आईएएस कोचिंग की तरफ से स्टेटमेंट जारी किया गया है.
हाल ही में Drishti IAS ने एक्स पर प्रेस रिलीज जारी की है, जिसमें एक लंबी पोस्ट लिखी है गई है, इस पोस्ट में लिखा है कि हमें खेद है कि हमने अपना पक्ष रखने में देरी की. हम नहीं चाहते थे कि अधूरी जानकारी के आधार पर कुछ कहें. इस देरी के लिये हम हृदय से क्षमाप्रार्थी हैं.शनिवार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना, जिसमें 3 विद्यार्थियों श्रेया यादव, तान्या सोनी और निविन डाल्विन की असमय व दर्दनाक मृत्यु हुई, पर हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. हम तीनों बच्चों के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनके परिवारजनों को यह अपूरणीय क्षति झेलने का हौसला प्रदान करें.
उन्होंने लिखा कि इस दुर्घटना को लेकर विद्यार्थियों में जो रोष दिख रहा है, वह पूरी तरह न्यायसंगत है. बहुत अच्छा होगा यदि इस रोष को सटीक दिशा मिले और सरकार कोचिंग संस्थाओं के लिये निश्चित दिशानिर्देश लागू करे। इस संबंध में हम सरकार के साथ सक्रिय सहयोग करने को तत्पर हैं. एक बार फिर, यदि जाने-अनजाने में हमारी टीम से कोई चूक हुई है तो हम उसके लिये पुनः खेद व्यक्त करते हैं। अब हम विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर और ज़्यादा सतर्क रहने का भरोसा दिलाते हैं.
इसके अलावा एक मीडिया को इंटरव्यू देते हुए उन्होंने छात्रों की बात की. विकास दिव्यकिर्ति ने कहा कि कोचिंगों के लिए एक रेगुलेटिंग बॉडी होनी चाहिए,साथ ही बच्चों के लिए रहने की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे बच्चों को रहने के लिए जो रेंट देना पड़ता है उससे बच जाएं. इसके अलावा उन्होंने इंटरव्यू में ये भी कहा कि जल्द ही वे बच्चों से मिलेंगे उसके बाद पीड़ित परिवार से मिलेंगे.
ये भी पढ़ें-SSC MTS Havaldar 2024: एमटीएस हवलदार भर्ती के लिए जल्द करें आवेदन, आज है लास्ट डेट