Advertisment

तकनीक से बदली जा रही भारत में बच्चों की शिक्षा पद्दति, ARI और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हो रहा इस्तेमाल

Education System in India: आज हर क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिससे काम को तेजी से और बेहतर ढंग से करने में मदद मिल रही है. आने वाले समय में बच्चे भी तकनीक से माध्यम से पढ़ाई-लिखाई करते नजर आएंगे. जिसकी शुरुआत हो चुकी है.

author-image
Suhel Khan
New Update
Education system in India

तकनीक से बदल रही शिक्षा पद्धति (File Photo)

Advertisment

Education System in India: देश की शिक्षा पद्धति में लगातार बदलाव हो रहा है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने के बाद से इसने और गति पकड़ी है. अब देश के कई स्कूल-कॉलेजों में स्मार्ट क्लास रूम का इस्तेमाल होने लगा है. इसी के साथ अब देश में ऑगमेंटेंड रियलिटी यानी एआर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस किताबों की भी शुरुआत हो गई है. जिसे लीड ने शुरू कर दिया है.

जिसमें छोटे बच्चों के लिए हाईटेक बुक तैयार की गई है जो बच्चों को न सिर्फ सेल्फ स्टडी में मदद करती है बल्कि स्कूली शिक्षा में भी इसके बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं इसको लेकर एप और किताब का एक समायोजन किया गया है जिससे आने वाले समय में स्मार्टफोन से ही बच्चा स्मार्ट स्टडी भी कर सकेगा. सैयद आमिर हुसैन की इस रिपोर्ट में जानें ऑगमेंटेंड रियलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी अहम बातें.

ये भी पढ़ें: BJP ने जीता MCD स्टैंडिंग कमेटी मेंबर का चुनाव, कांग्रेस और AAP के पार्षदों ने नहीं डाला वोट

क्या है तकनीक और कैसे काम करती है?

इस तकनीक का नाम है टेकबुक. जो क्लास 1 से क्लास 8 के लिए तैयार की गई है जिसमें बच्चे अपने स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं. किताबों से ही बच्चों के अभिभावक और बेहतर तरीके से पढ़ाने में मदद कर पाएंगे. जिससे बच्चे की रीडिंग स्किल में तो इजाफा करेगा ही, इसके साथ ही उनके समझने की शक्ति को भी बढ़ाएगा, इस तकनीक में ऑगमेंटेड रियलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक साथ काम करते हैं, इन किताबों को एप के साथ लीड ने लॉन्च कर दिया है और जल्द ही स्कूलों में भी इस तकनीक का सहारा लिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: MP News: उज्जैन में बड़ा हादसा, महाकाल मंदिर के गेट की दीवार गिरी, कई घायल-रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

अभिभावक और टीचर हर बच्चे की बेहतर स्कोरिंग कर पाएंगे

एनसीईआरटी द्वारा चलाई जा रही किताबों के पाठ्यक्रमों में जो कुछ है वो इस तरह ही टेक बुक की किताबों में मिलेगा. जिससे स्कूल में बच्चों को और बेहतर तरीके से पढ़ाया जा सकेगा. साथ ही हर बच्चें की पढ़ने और समझने की क्षमता को टीचर समझ पाएगा. जिससे बच्चें पर कितना ध्यान देना है इसपर भी काम किया जा सकेगा, अक्सर देखा गया है कि क्लास में हर क्षमता के बच्चे मौजूद होते हैं ऐसे में हर बच्चे की प्रैक्टिकल तरीके से स्कोरिंग नहीं हो पाती है लीड की टीम का दावा है कि इस तकनीक से हर बच्चे की बेहतर स्कोरिंग हो सकेगी और इससे बच्चे के अभिभावक को भी बताया जा सकेगा कि किस विषय में कितना काम करना है.

ये भी पढ़ें: बिना युद्ध ही तबाह हो गई चीन की सबसे पावरफुल सबमरीन, अमेरिका ने दुनिया के सामने लाई चाइनीज नेवी की ये सच्चाई!

ऑग्मेंटेड रियलिटी से कैसे होगी पढ़ाई

वीआर यानी वर्चुअल रियलिटी की तरह ही ऑग्मेंटेड रियलिटी आज जीवन का हिस्सा बन चुकी है अभी तक पाठ्यक्रम की किताबें 2D का हिस्सा होती हैं और इससे समझने की शक्ति सीमित होती है जबकि विज्ञान और गणित जैसे विषयों के लिए ARI यानि ऑग्मेंटेड रियलिटी इंस्ट्रक्टर विषय को जीवंत बनाता है इसलिए इन टेकबुक की किताबों को कुछ ऐसे ही तैयार किया गया है.

education Artificial Intelligence AI education system Ari
Advertisment
Advertisment
Advertisment