NEET Exam Controversy: नीट परीक्षा को लेकर हो रहे विवाद में अब पॉलिटिकल रिएक्शन भी आने लगे हैं. परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में विपक्षी नेताओं ने इस बार कई सवाल उठाए हैं. हाल ही में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीट रिजल्ट घोटाले की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट से की मांग की थी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार NEET समेत कई परीक्षाओं का अभिन्न अंग बन गई हैं. इसकी जिम्मेदारी मोदी सरकार की है. उम्मीदवारों के लिए परीक्षा में हिस्सा लेना ऐसी लापरवाही होना, पेपर लीक में फसना उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है.
AAP ने कही ये बात
इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने भी अपने ट्वीटर हैंडल पर कहा है कि BJP की सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं को कमजोर करने का काम किया है. NEET Exam का घोटाला बीजेपी और उनके नेताओं की देखरेख में हुआ है. इस बार NEET Exam में गड़बड़ियां BJP और NDA की सरकार वाले राज्यों में ही हुई हैं. मैं देश के युवाओं को कहना चाहता हूं कि आपकी इस लड़ाई में आम आदमी पार्टी आपके साथ खड़ी है. हम सुप्रीम कोर्ट से मांग करते हैं कि इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में SIT बने और जांच हो.
NEET घोटाले की जांच करे सुप्रीम कोर्ट
BJP की सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं को कमजोर करने का काम किया है। NEET Exam का घोटाला बीजेपी और उनके नेताओं की देखरेख में हुआ है।
इस बार NEET Exam में गड़बड़ियां BJP और NDA की सरकार वाले राज्यों में ही हुई हैं।
मैं देश के युवाओं को कहना… pic.twitter.com/24wQXRxykP
— AAP (@AamAadmiParty) June 8, 2024
प्रियंका गांधी ने कही ये बात
प्रियंका गांधी ने भी इस मामले में सोशल मीडिया हैंडल पर कहा है कि पहले NEET परीक्षा का पेपर लीक हुआ और अब छात्रों का आरोप है कि इसके रिजल्ट में भी स्कैम हुआ है. एक ही सेंटर के 6 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और कई तरह की अनियमितताओं की बातें सामने आ रही हैं। दूसरी ओर, रिजल्ट आने के बाद देश भर में कई बच्चों के आत्महत्या करने की खबरें हैं। यह बहुत दुखद और झकझोरने वाला है. सरकार लाखों छात्रों की आवाज को अनसुना क्यों कर रही है? छात्र-छात्राओं को NEET परीक्षा के परिणाम में धांधली से जुड़े वाजिब सवालों के जवाब चाहिए। क्या सरकार की जिम्मेदारी नहीं बनती कि वो जांच कराकर इन वाजिब शिकायतों का निस्तारण करे?
पहले NEET परीक्षा का पेपर लीक हुआ और अब छात्रों का आरोप है कि इसके रिजल्ट में भी स्कैम हुआ है। एक ही सेंटर के 6 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और कई तरह की अनियमितताओं की बातें सामने आ रही हैं। दूसरी ओर, रिजल्ट आने के बाद देश भर में कई बच्चों के…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 7, 2024
आप वरिष्ठ नेता तथा राष्ट्रीय प्रवक्ता जैस्मीन शाह ने कहा
4 जून को NEET के रिजल्ट्स के बाद से ही स्टूडेंट्स में गुस्सा और रोष, रिजल्ट्स में कई प्रकार की गलतियां, पहली बार देश में कोई रिजल्ट इतना अनियमित. NEET एग्जाम में गड़बड़ी नहीं, घोटाला किया गया है, 67 बच्चों ने एक साथ कैसे किया टॉप, इतने बच्चों के कैसे आए एक साथ 720 में से 720 अंक जो पहले सिर्फ 2 या 3 छात्रों के ही आते थे. NEET एग्जाम में हुई सारी गड़बड़ियां मिल रही है केवल भाजपा शासित राज्यों में, यह छोटा घोटाला नही बल्कि NDA नेताओं की सांठ गांठ से हुआ बड़ा घोटाला. NEET रिजल्ट्स में लाई जाए पारदर्शिता, कैसे 1500 से ज़्यादा छात्रों को दिए गए ग्रेस अंक, किस छात्र को कितने ग्रेस अंक मिले, पहले कितने अंक थे, बाद में कितने हुए, किस फॉर्मूला के तहत दिए गए यह सब आना चाहिए देश के सामने.
सपा नेता अखिलेश यादव ने कही ये बात
इसके अलावा सपा नेता अखिलेश यादव ने भी नीट परीक्षा को लेकर काफी कुछ कहा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि पूरे देश में डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए प्रवेश परीक्षा के रूप में ली जानेवाली नीट (NEET) परीक्षा (पूर्व में CPMT/PMT के नाम से प्रचलित) के रिज़ल्ट में सैकड़ों अभ्यर्थियों के 100% नंबर आए हैं। इनमें भी एक ही परीक्षा केंद्र से कई लोगों के एक साथ 100% नंबर आना, एक बड़ी धांधली की ओर संकेत करता है. भाजपा राज में परीक्षाएं अवैधानिक तरीके से प्रश्न पत्र लीक कराने, छद्म लोगों से पेपर दिलवाने, सेंटर की सेटिंग करवाने और रिज़ल्ट को मैनेज करने जैसे धंधे का रूप लेती जा रही हैं। अधिकतर परीक्षाओं में लगभग एक जैसा ही घपला होना कोई संयोग नहीं हो सकता.
पहले NEET परीक्षा का पेपर लीक हुआ और अब छात्रों का आरोप है कि इसके रिजल्ट में भी स्कैम हुआ है। एक ही सेंटर के 6 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और कई तरह की अनियमितताओं की बातें सामने आ रही हैं। दूसरी ओर, रिजल्ट आने के बाद देश भर में कई बच्चों के…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 7, 2024
इससे देश का युवा व्यवस्था में विश्वास खोने लगा है. युवाओं की हताशा का मतलब है कि भविष्य हताश है. ये भाजपा सरकार की सबसे बड़ी नाकामियों में से एक है. इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए माननीय न्यायालय गहन जाँच करके, इसके लिए दोषी लोगों को सख़्त सज़ा देकर, भविष्य में इस प्रकार के दोहराव की किसी भी आशंका को निर्मूल करे. ये निंदनीय है.
Source : News Nation Bureau