यूजीसी नेट की परीक्षा में अब एक नया विषय 'हिंदू स्टडीज' शामिल किया गया है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा यूजीसी नेट जून 2022 और दिसंबर 2021 की संयुक्त परीक्षा ली जानी है. इन परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट पर 20 मई तक किया जा सकता है. गौरतलब है कि इससे पहले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा हिंदू अध्ययन पर एक विशेष पाठ्यक्रम शुरू किया गया है. वाराणसी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने भी हिंदू अध्ययन का एक नया पाठ्यक्रम शुरू किया है.
बीएचयू के प्रवक्ता के अनुसार, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम देश में किसी विश्वविद्यालय द्वारा पेश किया जाने वाला पहला पाठ्यक्रम है. उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप तैयार किया गया एक विषय है. यह पाठ्यक्रम भारत अध्ययन केंद्र द्वारा कला संकाय के तहत दर्शनशास्त्र और धर्म विभाग, संस्कृत विभाग और प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व विभाग के सहयोग से पेश किया जाएगा. एक वरिष्ठ रेक्टर प्रोफेसर वी के शुक्ला ने कहा कि पाठ्यक्रम दुनिया को हिंदू धर्म के कई अज्ञात पहलुओं से अवगत कराएगा और इसकी शिक्षाओं को अधिक लोगों तक ले जाने में मदद करेगा. पहले बैच में एक विदेशी समेत कुल 45 छात्र शामिल हुए हैं.
शताब्दी अध्यक्ष प्रोफेसर राकेश उपाध्याय ने कहा कि पाठ्यक्रम सनातन जीवन मूल्यों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है. अभी इसी प्रकार का विषय है. यूजीसी नेट की परीक्षा के लिए उपलब्ध कराया गया है. यूजीसी नेट परीक्षा भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेज में सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के पद हेतु पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित की जाती है. यूजीसी नेट की परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा ली जाती हैं. इसके लिए भारतभर में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन मोड में यूजीसी नेट की परीक्षा आयोजित की जाएगी. इस वर्ष यूजीसी-नेट ब्यूरो ने सूची में एक और विषय हिंदू अध्ययन जोड़ा है. यूजीसी के मुताबिक अब इसके लिए भी उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं.
HIGHLIGHTS
- ऑनलाइन पंजीकरण नेशनल टेस्टिंग एजेंसी वेबसाइट पर 20 मई तक
- बीएचयू ने भी हिंदू अध्ययन का एक नया पाठ्यक्रम शुरू किया
- पाठ्यक्रम दुनिया को हिंदू धर्म के कई अज्ञात पहलुओं से अवगत कराएगा