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लोकसभा चुनाव

अब UP PCS J की भर्ती में भी धांधली! 50 छात्रों की बदली गई थी आंसरशीट, रिजल्ट आने के बाद संघ ने मानी गलती

यूपी लोक सेवा आयोग की ओर से सिविल जजेज के पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली पीसीएस जे की मुख्य परीक्षा में गड़बड़ी हुई है. खुद आयोग ने इस बात को हाईकोर्ट ने स्वीकार किया है.

Updated on: 02 Jul 2024, 11:25 AM

नई दिल्ली:

मेडिकल संस्थानों में नामांकन के लिए होने वाली नीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर संसद से लेकर सड़क तक घमासान मचा हुआ है. इस बीच अब UP PCS J की मुख्य परीक्षा में फर्जीवाड़ा और धांधली का मामला सामने आया है. इस मामले में सिर्फ आरोप ही नहीं लगे हैं, बल्कि खुद यूपी लोक सेवा आयोग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में माना है कि रिजल्ट तैयार करने वाले अधिकारियों की लापरवाही के चलते पचास अभ्यर्थियों की आंसरशीट बदली गई. वहीं, कई पेज फटे हुए पाए गए थे. इस सनसनीखेज मामला उजागर होने के बाद अब आयोग ने रिजल्ट तैयार करने वाले पांच अधिकारियों को दोषी मानते हुए तीन को निलंबित कर दिया है. 

साल 2022 में यूपी लोक सेवा आयोग ने सिविल जजेज के पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा ली थी. जिसका परिणाम 30 अगस्त 2023 को जारी किया गया. था. इसमें एक कैंडिडेट को जो अंक मिला था उससे वह संतुष्ट नहीं था. उसने आरटीआई के जरिए इसकी जानकारी हासिल की. इसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. इसके बाद याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. इस दौरान जांच में खुलासा हुआ कि इस परीक्षा में शामिल हुए 50 अभ्यर्थी ऐसे थे, जिनकी कॉपियां बदली गईं थीं. कोर्ट में खुद ही आयोग ने गड़बड़ी की बात को कबूल किया. आयोग ने गड़बड़ी वाले अभ्यर्थियों के रिज्ट अगले महीने 3 अगस्त तक दोबारा जारी करने के बारे में जानकारी दी है.

कोर्ट ने आयोग को हलफनामा दाखिल करने का दिया निर्देश

अभ्यर्थी श्रवण पांडेय की अर्जी पर सुनवाई कर रही इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति एस डी सिंह, न्यायमूर्ति अनीस गुप्ता की बेंच ने मामले को गंभीरता से लेते हुए  लोक सेवा आयोग के चेयरमैन को हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया. अब इन कैंडिडेट्स के परिणाम फिर से जारी किए जाएंगे. याचिका की अगली सुनवाई 8 जुलाई को होनी है.

RTI से हुआ खुलासा

दरअसल, पीसीएस जे मुख्य परीक्षा में एक अभ्यर्थी को कम नंबर मिलने पर संदेह हुआ था. उसने अपनी संतुष्टि के लिए आरटीआई के तहत आयोग से जानकारी मांगी तो उसे 6 प्रश्न पत्रों में मिले प्राप्तांक की जानकारी मिली. इसमें खुलासा हुआ कि अंग्रेजी प्रश्न पत्र में उसे 200 में से मात्र 47 अंक मिले हैं. इससे असंतुष्ट होकर उसने आरटीआई के तहत 6 प्रश्न पत्रों की उत्तर पुस्तिकाएं दिखाने की मांग की. उत्तर पुस्तिकाएं देखने पर वह हैरान रह गया कि उत्तर पुस्तिका में उसकी हैंडराइटिंग नहीं है, जो कि उसने अन्य प्रश्न पत्रों में लिखी है साथ ही हिंदी की उत्तर पुस्तिका के तीन चार पन्ने भी फटे हुए पाए गए.