मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा NEET और JEE के लिये 19 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) का आयोजन 13 सितंबर को होगा जबकि इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स का आयोजन 1-6 सितंबर को करने की योजना है. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ जेईई मेन्स के लिये 7.6 लाख उम्मीदवारों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया है जबकि नीट के लिये 11.49 लाख अभ्यार्थी प्रवेश पत्र डाउनलोड कर चुके हैं.’’
गौरतलब है कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स के लिये 8.58 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है जबकि नीट के लिये 15.97 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था. कोरोना वायरस के कारण ये परीक्षाएं पहले ही दो बार टाली जा चुकी हैं. जेईई मेन्स परीक्षा मूल रूप से 7-11 अप्रैल को आयोजित होनी थी लेकिन इसे 18-23 जुलाई के लिये टाल दिया गया. नीट परीक्षा मूल रूप से 3 मई को आयोजित होनी थी लेकिन इसे 26 जुलाई के लिये टाल दिया गया था. इन परीक्षाओं को एक बार फिर सितंबर के लिये टाल दिया गया.
यह मुद्दा पिछले कुछ महीने से गहन सार्वजनिक चर्चा का विषय बना हुआ है और इन परीक्षाओं के आयोजन को लेकर अलग अलग विचार सामने आ रहे हैं. एक वर्ग परीक्षा आयोजित करने के पक्ष में है तो विपक्षी पार्टी और एक वर्ग के कार्यकर्ताओं की मांग है कि महामारी को देखते हुए परीक्षा को आगे टाल देना चाहिए. वहीं, गैर भाजपा शासित राज्यों के छह मंत्रियों ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय का रुख कर कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच इस साल नीट और जेईई प्रवेश परीक्षाएं कराने की केंद्र को अनुमति देने वाले आदेश पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया.
पुनर्विचार याचिका पश्चिम बंगाल (मलय घटक), झारखंड (रामेश्वर ओरांव), राजस्थान (रघु शर्मा), छत्तीसगढ़ (अमरजीत भगत), पंजाब (बी एस सिंधु) और महाराष्ट्र (उदय रविंद्र सावंत) के मंत्रियों की ओर से दायर की गई है. यह याचिका अधिवक्ता सुनील फर्नांडिस के माध्यम से दायर की गई है. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के अधिकारियों के अनुसार, जेईई मेन्स के लिये मानक परिचालन प्रक्रिया टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज द्वारा पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन आफ इंडिया और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सहयोग से तैयार की गयी है.
इसके तहत परीक्षा केंद्र पर प्रवेश स्पर्श मुक्त होगा. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्र बढ़ाये गए हैं और प्रति कमरा कम उम्मीदवारों के बैठने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा प्रवेश एवं निकासी पर भी सुरक्षा के प्रबंध किये गए हैं. इसमें सामाजिक दूरी के मानदंडों को सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया है.
Source : Bhasha