यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं क्लास के रिजल्ट शनिवार को जारी कर दिए. इस साल फिर लड़कियों ने लड़कों को पीछे छोड़ दिया. इस साल 10वीं में 80.07 फीसदी स्टुडेंट्स पास हुए हैं. इनमें से लड़कियों का प्रतिशत 83.98 रहा, जबकि 76.66 लड़के ही पास हो सके. यही हाल 12वीं के परिणामों का रहा. कुल पास हुए 70.06 छात्र-छात्राओं में 76.46 लड़कियां पास रहीं, जबकि 64.40 लड़के ही पास हो सके. इस तरह 2019 में भी लड़कियों ने बोर्ड परिणामों में लड़कों को पीछे छोड़ा. इस साल 58 लाख 6 हजार छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था.
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गौरतलब है कि यूपी बोर्ड परिणामों में पिछले कई सालों से लड़कियों का दबदबा बना हुआ है. लड़कों के मुकाबले लड़कियों के पास होने की प्रतिशत न सिर्फ ज्यादा है, बल्कि फर्स्ट क्लास पास होने के मामले में भी लड़कियां फर्स्ट बनी हुई हैं. यह बात 10वीं और 12वीं क्लास दोनों पर लागू हो रही है. पिछले साल भी 2018 में 10वीं की परीक्षा पास करने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों के मुकाबले 6.54 प्रतिशत अधिक थी, जबकि 12वीं की परीक्षा में यह अंतर 11.08 फीसदी अधिक था. 10वीं की परीक्षा पास करने वाली लड़कियों की प्रतिशत 78.81 था, जबकि 72.27 फीसदी लड़के ही 10वीं पास करने में सफल हुए थे. 12वीं में जहां 67.36 फीसदी लड़के ही पास हो सके थे. वहीं लड़कियों की हिस्सेदारी 78.44 फीसदी थी.
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2017 में लड़कियों का दबदबा और उभर कर सामने आया था. 10वीं में जहां 76.75 फीसदी लड़के ही पास हुए थे, वहीं 86.50 लड़कियों ने पास होने में सफलता हासिल की थी. 12वीं में तो यह अंतर 10 फीसदी से अधिक का हो गया था. 77.16 लड़कों की तुलना में 88.80 प्रतिशत लड़कियां पास हुई थीं. गौर करने वाली बात यह भी थी कि इस साल 10वीं और 12वीं के टॉपर फतेहपुर से थे और दोनों ही लड़कियां थीं.
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इसके पहले के कई सालों से लड़कियों ने अपना दबदबा बनाए रखा था. 2016 में 10वीं के 87.66 प्रतिशत और 12वीं के 87.99 स्टूडेंट्स पास हुए थे. उस साल यूपी बोर्ड की 10वीं औऱ 12वीं की परीक्षाओं में 68 लाख 21 हजार 869 विद्यार्थी पास हुए थे. हालांकि 10वीं की तुलना में 12वीं परीक्षा में बैठने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में 7 लाख का अंतर था.
Source : News Nation Bureau