देश के प्रख्यात तकनीकि संस्थानों में से एक इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास (आईआईटी-एम) में कोविड-19 के करीब 71 मामलों की पुष्टि हुई है और अभी कुछ और मामलों के सामने आने की उम्मीद की जा रही है. यहां के विद्यार्थियों ने केवल एक ही मेस को चलाए जाने के आईआईटी-एम के फैसले को बड़े पैमाने पर वायरस के प्रसार के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
मेस में एक साथ काफी लोग एक बार में इकट्ठा हो जाते हैं, कई बार कुछ मास्क बिना ही आते-जाते हैं और यही वायरस के फैलने का कारण है. कैम्पस में कुल 774 विद्यार्थी हैं और संक्रमित होने वालों की संख्या सबसे अधिक कृष्णा और यमुना हॉस्टल से सामने आए हैं. इस बीच, संस्थान ने अपने सभी विभागों को बंद करने का फैसला लिया है और अपने सभी स्टाफ को घर से काम करने को कहा है.
अगर किसी को बुखार, सूखी खांसी, गले में दर्द, डायरिया, स्वाद व गंध का न आना जैसे कोई और लक्षण हैं, तो उन्हें चिकित्सकों से परामर्श लेने की सलाह दी गई है. पोस्ट ग्रैजुएट स्टूडेंट्स, रिसर्च स्कॉलर्स और बाकियों को अपने कमरे तक में ही सीमित रहने को कहा गया है, जहां उन्हें खाना उनके कमरे में दिया जाएगा.
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