आईआईटी संस्थान को इंजीनियरिंगका सबसे बड़ा संस्थान माना जाता है और हर छात्र का यहां पढ़ने का सपना देखता है। लेकिन इसबार छात्रों ने संस्थान से ज्यादा कोर्स को तरजीह दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चों में IIT के प्रति उनका लगाव कम हो रहा है इसकी वजह यह बताई जा रही है कि छात्रों को उनका मन पसंदीदा कोर्स का नहीं मिल पाना है।
इसे भी पढ़ें : फिलीपींस में 6.2 तीव्रता का भूकंप, किसी के हताहत होने की खबर नहीं
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के कुल 23 IIT में 10,962 सीटें हैं और इसमें 2017-2018 सत्र के लिए 121 सीटें खाली रह गई हैं। पिछले साल IIT में 73 सीटें खाली रह गई थीं। आपको बता दे कि पिछले चार साल में इतनी सीटें कभी खाली नहीं रही हैं।
इस साल सबसे अधिक सीट IIT बनारस में है और जिसमें 32 सीटें खाली रह गई है। हालांकि बॉम्बे, मद्रास, खड़गपुर, दिल्ली और कानपुर जैसे IIT संस्थानों में एक भी सीट खाली नहीं है।
आपको बतादें इस साल IIT ने कुल 400 सीटों का इजाफा किया था |इस मामले पर मानव संसाधन मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा है कि खाली सीटें राज्य सरकार के कोटे में आती हैं।
इसे भी पढ़ें : नीतीश ने कहा, शरद यादव अपना रास्ता चुनने के लिये स्वतंत्र, आम सहमति से हुआ था फैसला
Source : News Nation Bureau