मेडिकल की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने सोमवार को बड़ा फैसला किया है. अब प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज जितनी फीस लगेगी. भारत के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की फीस ज्यादा लगती है, इसलिए यहां के छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए विदेश चले जाते हैं. युद्ध के दौरान यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकाला जा रहा है. ये छात्र यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि कुछ दिन पहले ही सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है जिसका बड़ा लाभ गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को मिलेगा. हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात सोमवार को जन औषधि दिवस (Jan Aushadhi Diwas) के अवसर पर जन औषधि योजना (Jan Aushadhi Yojana) की शुरुआत करने के दौरान कही.
मोदी सरकार के इस फैसले के बाद अब स्टूडेंट्स भारत में एमबीबीएस या मेडिकल के अन्य कोर्सेस की पढ़ाई आसानी से कर सकते हैं. आपको अगर किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पाता है, तब भी आप उतनी ही फीस में किसी प्राइवेट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau