राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा (NEET) में हिस्सा ले रहे बहुसंख्यक परीक्षार्थियों में कोरोना को लेकर तनाव नजर आया. उन्हें सबसे ज्यादा तनाव इस बात को लेकर था कि अगर उन्हें जरा भी खांसी या सर्दी के लक्षण नजर आ गए तो कहीं परीक्षा केंद्र से ही बाहर न कर दिया जाए. नीट परीक्षा नेशनल टेस्ट एजेंसी के द्वारा आयोजित की जा रही है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देश जारी किए गए.
इन निर्देशों में परीक्षार्थी को ही यह फार्म के जरिए प्रमाणित करना था कि वे खांसी, सर्दी या बुखार से पीड़ित नहीं हैं. अगर ऐसा है तो परीक्षार्थियों केा अलग से परीक्षा देने का इंतजाम किया जाएगा. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर चल रहे संदेशों से छात्रों में यह भय था कि कहीं सर्दी, जुकाम, खांसी या बुखार होने पर उन्हें परीक्षा केंद्र से ही बाहर न कर दिया जाए.
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साकेत नगर स्थित सागर पब्लिक स्कूल पर परीक्षा देने आए छात्रों ने बताया कि वे इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं खांसी आने पर उन्हें परीक्षा केंद्र से ही बाहर न कर दिया जाए अथवा उन्हें जांच के नाम पर किसी स्वास्थ्य केंद्र न भेज दिया जाए. इस तरह की बात सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय केद्र में परीक्षा दे रहे छात्रों ने भी बताई.
राजधानी में लगभग 10 हजार छात्र परीक्षा दे रहे हैं. इनमें आठ हजार भोपाल निवासी हैं तो दो हजार से ज्यादा छात्र दूसरे स्थानों से भोपाल पहुंचे हैं. इन छात्रों के लिए कुल 26 परीक्षा केंद्र राजधानी में बनाए गए हैं.
राज्य सरकार ने इन परीक्षार्थियों के लिए आने-जाने की परिवहन की मुफ्त व्यवस्था की है.
तमाम परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश करने से पहले छात्रों का तापमान लिया गया. उन्हें सैनिटाइज कराया गया. छात्रों को अपने साथ सैनिटाइजर व पानी की बोतल ले जाने की छूट दी गई. हर छात्र को ग्लब्ज पहनकर प्रवेश दिया गया. मास्क परीक्षा केंद्र की तरफ से उपलब्ध कराया गया.