यूजीसी नेट के लिए आवेदन करने की तारीख बढ़ा दी गई है. इस परीक्षा में शामिल होने के इच्छुक अभ्यार्थी अब 30 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश कुमार के मुताबिक इस संबंध में उम्मीदवारों ने पंजीकरण प्रक्रिया की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की थी. इसी मांग के आधार पर यूजीसी ने यह निर्णय लिया है. यूजीसी के मुताबिक 30 मई तक परीक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और फीस दोनों ही जमा किए जा सकेंगे. पहले इन परीक्षाओं के लिए 20 मई पंजीकरण और फीस जमा कराने की की लास्ट डेट थी. गौरतलब है कि इस बार यूजीसी-नेट दिसंबर 2021 और जून 2022 की संयुक्त परीक्षा आयोजित करवाई जा रही है.
यूजीसी नेट की परीक्षा इस वर्ष देशभर के 500 से अधिक शहरों में आयोजित की जाएगी. यूजीसी नेट की परीक्षा आयोजित करवाने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने फैसला किया है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार केंद्रों की संख्या दोगुनी से भी अधिक होगी. यह फैसला सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों का पालन एवं छात्रों की संख्या के मद्देनजर लिया गया है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक यूजीसी नेट के लिए परीक्षा केंद्रों में 126 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. पिछली बार जहां देशभर में 239 स्थानों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी, वहीं इस वर्ष यूजीसी नेट की परीक्षा देशभर के 541 अलग-अलग स्थानों पर आयोजित की जा रही है.
वहीं यूजीसी नेट की परीक्षा में एक नया विषय 'हिंदू स्टडीज' भी शामिल किया गया है. गौरतलब है कि इससे पहले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा हिंदू अध्ययन पर एक विशेष पाठ्यक्रम शुरू किया गया है. यूजीसी नेट परीक्षा भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेज में सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के पद के लिए पात्रता निर्धारित करने को आयोजित की जाती है. यूजीसी नेट की परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा ली जाती हैं. इसके लिए भारतभर में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन मोड में यूजीसी नेट की परीक्षा आयोजित की जाएगी. इस वर्ष यूजीसी-नेट ब्यूरो ने सूची में एक और विषय हिंदू अध्ययन जोड़ा है. यूजीसी के मुताबिक, अब इसके लिए भी उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं.
HIGHLIGHTS
- 30 मई तक परीक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और फीस जमा किए जा सकेंगे
- यूजीसी नेट की परीक्षा इस वर्ष देशभर के 500 से अधिक शहरों में आयोजित होगी
- परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन मोड में यूजीसी नेट की परीक्षा आयोजित की जाएगी