Advertisment

सेल्फस्टडी ने JEE, NEET की तैयारी कर छात्रों को दिया 'रिवीजन कम टेस्ट पैकेज' एप का तोहफा

कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सेल्फस्टडी ने एक बयान में कहा कि उसके सेल्फस्टडी एप को बहुत थोड़े समय में 1 लाख से ज्यादा छात्रों ने डाउनलोड कर लिया है.

author-image
Vineeta Mandal
एडिट
New Update
सेल्फस्टडी ने JEE, NEET की तैयारी कर छात्रों को दिया  'रिवीजन कम टेस्ट पैकेज' एप का तोहफा

जेईई, एनईईटी के लिए 'रिवीजन कम टेस्ट पैकेज' एप (सांकेतिक चित्र)

एड-टेक कंपनी सेल्फस्टडी ने जेईई, एनईईटी और एआईएमएस की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए 'रिवीजन कम टेस्ट पैकेज' एप लांच किया है. कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सेल्फस्टडी ने एक बयान में कहा कि उसके सेल्फस्टडी एप को बहुत थोड़े समय में 1 लाख से ज्यादा छात्रों ने डाउनलोड कर लिया है. अब प्रवेश परीक्षा की तैयारी के सेग्मेंट में सेल्फस्टडी ने 'सेल्फस्टडी रिविजन कम टेस्ट पैकेज' नाम का नया एप लांच किया है. कंपनी का उद्देश्य छात्रों को तनाव और मोटी-मोटी किताबों और नोट्स को पढ़ने से आजादी दिलाना है. रिवीजन पैकेज के कंटेंट को आईआईटी और एनईईटी बैकग्राउंड के विशेषज्ञों के लगातार प्रयासों और कड़ी मेहनत से विकसित किया गया है.

Advertisment

कंपनी ने बताया कि इस पैकेज में 250 से ज्यादा इंफोग्राफिक्स, कॉन्सेप्टस और फाम्युर्ले के रिवीजन के लिए फ्लैशचार्ट, प्रैक्टिस के लिए 150 से ज्यादा टेस्ट शामिल है और यह सब 12 महीनों के लिए 1999 रुपये की कीमत पर उपलब्ध है.

सेल्फस्टडी के सह-संस्थापक प्रसेनजीत सिंह ने बताया, 'एनईईटी एग्जाम की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए सेल्फस्टडी के रिवीजन कम टेस्ट पैकेज के साथ परीक्षा की तैयारी करना कभी इतना आसान नहीं रहा. इससे पहले छात्रों को अपने महत्वपूर्ण नोट्स तैयार करने और प्रैक्टिस के लिए अच्छे सवाल की तलाश में काफी समय बर्बाद करना पड़ता था. अब उनका वह समय बचेगा और छात्र अपना ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाई में लगा सकेंगे। इससे एनईईटी 2019 में छात्रों के सिलेक्शन का चांस निश्चित रूप से कई गुना बढ़ गया है.'

और पढ़ें: International Literacy Day 2018: अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर यह है भारत की स्थिति

Advertisment

उन्होंने बताया कि इसमें हर टेस्ट में पूछे गए सवालों का डिटेल सोल्यूशन और विस्तृत विश्लेषण दिया गया है, ताकि कोई छात्र अपने मजबूत प्वॉइंट्स और कमजोरियों को अच्छी तरह समझ सके. इससे छात्रों को यह भी पता चलता है कि वह किन विषयों में पिछड़ रहे हैं। किसी भी टेस्ट को कुछ समय के बाद दोबारा दिया जा सकता है.

Source : IANS

Self study NEET Revision cum test package app JEE Aims
Advertisment
Advertisment