एक साल की लंबी देरी के बाद यूजीसी नेट की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) यूजीसी नेट की परीक्षा अभी भी शुरू नहीं हुई है. यह परीक्षा अगले साल जनवरी में आयोजित की जाएगी. यूजीसी नेट परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को रिपोर्टिंग समय से 30 मिनट पहले परीक्षा केंद्रों पर पहुंचना था. यूजीसी नेट 2021 की यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन मोड में आयोजित की जा रही है. यह परीक्षा 5 दिसंबर तक जारी रहेंगी. देशभर में करीब 8 लाख युवा बीते 1 वर्ष से यूजीसी नेट परीक्षा का इंतजार कर रहे थे. इनमें से अधिकांश अभ्यार्थी ऐसे हैं जिन्होंने बीते वर्ष 2020 दिसंबर में यूजीसी नेट के लिए आवेदन किया था.
परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन, कैलकुलेटर व इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाना प्रतिबंधित है. ओएमआर शीट पर उत्तर का विकल्प भरने के लिए उम्मीदवारों केवल काला या नीला बॉल पेन इस्तेमाल कर सकते हैं. परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जा रही. पहली पाली सुबह 9 से दोपहर 12 बजे और दूसरी पाली की परीक्षा 3 से 6 बजे तक है. देशभर में करीब 8 लाख युवा बीते 1 वर्ष से यूजीसी नेट परीक्षा का इंतजार कर रहे थे. इनमें से अधिकांश अभ्यार्थी ऐसे हैं जिन्होंने बीते वर्ष 2020 दिसंबर में यूजीसी नेट के लिए आवेदन किया था. हालांकि एक वर्ष का समय बीत जाने के उपरांत भी अभी तक यह परीक्षाएं नहीं ली जा सकी हैं. अब यूजीसी नेट परीक्षाओं के लिए नई तिथियां जारी की हैं. वर्ष 2020 में 8,60,976 अभ्यार्थियों ने यूजीसी नेट परीक्षा के लिए आवेदन किया था.
जानी-मानी शिक्षाविद व दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर आभा देव हबीब के मुताबिक यूजीसी नेट की परीक्षाओं में देरी का सीधा असर देश के शोध कार्यक्रमों पर पड़ता है. रिसर्च के छात्रों को इस देरी के कारण फैलोशिप नहीं मिल पाती. जिससे कई छात्रों का नुकसान हुआ है. गौरतलब है कि यूजीसी नेट के जरिए से सहायक प्रोफेसर के साथ साथ जूनियर रिसर्च फैलोशिप के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाता है. काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) यूजीसी नेट फिजिक्स, साइंस, लाइफ साइंस, केमिस्ट्री समेत विज्ञान के सभी विषयों के लिए आयोजित किया जाएगा. यह परीक्षा राउंड में होंगी.
प्रोफेसर आभा देव ने कहा यह परीक्षा साल में दो बार ली जानी थी, लेकिन बीते वर्ष से अब तक यह परीक्षा एक बार भी नहीं ली जा सकी है. इस विलंब से सहायक प्रोफेसर बनने की इच्छा रखने वाले युवाओं के साथ साथ महत्वपूर्ण रिसर्च कार्यों से जोड़ने वाले युवाओं का भी बड़ा नुकसान हुआ है. हालांकि यूजीसी एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि पहले कोरोना संक्रमण की तेज लहर और फिर विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं से के साथ यूजीसी नेट की तारीखों के टकराव के कारण यह परीक्षाएं नहीं ली जा सकी, लेकिन अब यह परीक्षाएं ली जा रही हैं. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने दिसंबर 2020 और जून 2021 की यूजीसी-नेट को मर्ज कर दिया है.
HIGHLIGHTS
- यूजीसी नेट की परीक्षाएं जारी रहेंगी 5 दिसंबर तक
- सीएसआईआर के लिए करना पड़ेगा और इंतजार
- 2020 में 8,60,976 अभ्यार्थियों ने यूजीसी नेट परीक्षा