उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में बीते कुछ वर्षो में हुए उपद्रवों को लेकर अब प्रशासन ने सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन की मानें तो कड़ा फैसला लेकर भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने का प्रयास किया गया है।
बीएचयू प्रशासन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया के बीच अलग-अलग फैकल्टी और विभागों में 50 छात्रों के दोबारा प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इन पर पिछले तीन साल में घटी घटनाओं को आधार बनाते हुए कार्रवाई की गई है।
अधिकारी ने बताया कि छात्रों के निलंबन के साथ ही इन्हें प्रवेश सहित अन्य सुविधाओं से वंचित करते हुए इसकी सूचना संबंधित संकायों, विभागों के प्रमुख, परीक्षा नियंत्रक आदि को भी दी गई है।
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उप कुलसचिव (शिक्षण) की ओर से छात्रों की सूची सभी संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, कॉलेजों के प्रिंसपल, परीक्षा नियंत्रक, चीफ प्रॉक्टर को भी भेजी गई है।
बीएचयू की चीफ प्राक्टर प्रो रोयाना सिंह के मुताबिक, पूर्व में हुई घटनाओं में जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई हुई है। परिसर का माहौल अशांत करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई होगी, इसलिए छात्रों को इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने से बचना चाहिए।
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Source : IANS