इस साल खराब रहा IIT प्लेसमेंट , इंटरनेशनल जॉब में आई कमी, कंप्यूटर साइंस वाले को मिले अच्छे ऑफर

शैक्षणिक सत्र 2023-24 के दौरान IIT प्लेसमेंट में 12 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है. इसके साथ ही, इंटरनेशनल ऑफरों की संख्या में भी काफी कमी आई है.

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Priya Gupta
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IIT: आईआईटी कानपुर में इस बार का कैंपस प्लेसमेंट सीजन काफी मुश्किल भरा रहा है. शैक्षणिक सत्र 2023-24 के दौरान, यहां प्लेसमेंट में 12 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है. इसके साथ ही, इंटरनेशनल ऑफरों की संख्या में भी काफी कमी आई है. हालांकि इस बार छात्रों को प्री-प्लेसमेंट ऑफरों (PPO) में इजाफा देखने को मिला, लेकिन कुल मिलाकर भर्तियों में कमी आई है.

इस साल आई प्लेसमेंट में कमी

ग्लोबल आर्थिक मंदी और तेजी से हो रही ऑटोमेशन के कारण इस साल छात्रों के करियर प्लेसमेंट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. सभी आईआईटी संस्थानों को इस कठिन समय का सामना करना पड़ा है. कई आईआईटी में प्लेसमेंट सीजन को बढ़ा दिया गया और अब यह जुलाई तक चल रहा है, जबकि आमतौर पर प्लेसमेंट मई-जून तक समाप्त हो जाता है.आंकड़ों के अनुसार, 31 मई तक इस साल कुल प्लेसमेंट दर 76 प्रतिशत रही, जबकि पिछले वर्ष यह 87.9 प्रतिशत थी.

वन स्टूडेंट वन जॉब" की नीति

आईआईटी कानपुर में "वन स्टूडेंट वन जॉब" की नीति लागू है, जिसका मतलब है कि एक छात्र एक ही नौकरी का प्रस्ताव स्वीकार कर सकता है. संस्थान की फाइनल प्लेसमेंट रिपोर्ट अभी जारी नहीं हुई है. इस साल, कुल 1448 छात्रों ने प्लेसमेंट के लिए रजिस्टर कराया था, जिनमें से 1096 छात्रों को प्लेसमेंट मिला है.इनमें ग्रेजुएशन और पीजी दोनों लेवल के छात्र शामिल हैं. इस साल 66 से अधिक कंपनियों ने 220 प्री-प्लेसमेंट ऑफर दिए, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 6 प्रतिशत अधिक है. छात्रों को 22 अंतरराष्ट्रीय ऑफर भी मिले, हालांकि पिछले साल की तुलना में यह संख्या काफी कम है.

पिछले साल 1,382 रजिस्टर छात्रों में से 1,215 को प्लेसमेंट मिला था और 208 प्री-प्लेसमेंट ऑफर 60 कंपनियों ने दिए थे. इस बार 81 अंतरराष्ट्रीय ऑफर मिले, जिनमें से 73 को स्वीकार किया गया.यूजी कार्यक्रमों में 849 में से 687 छात्रों, यानी लगभग 81 प्रतिशत को प्लेसमेंट मिला, जबकि पीजी कार्यक्रमों में 599 में से 409 छात्रों, यानी लगभग 68 प्रतिशत को प्लेसमेंट प्राप्त हुआ. रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कई ग्रेजुएट छात्रों ने प्लेसमेंट की बजाय उच्च शिक्षा या उद्यमिता को चुना.

CSE का अच्छा रहा प्लेसमेंट

कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (CSE) के छात्र इस बार सबसे ऊपर रहे, जिसमें 87 प्रतिशत छात्रों को नौकरी का प्रस्ताव मिला. हालांकि, यह पिछले साल के 95 प्रतिशत से कम है. किसी भी विभाग में इस साल 100 प्रतिशत प्लेसमेंट नहीं हो सका, जबकि पिछले साल ऐसा था कि कम से कम तीन विभागों में शत-प्रतिशत प्लेसमेंट हुआ था. एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (AE) विभाग में भी इस बार 61 प्रतिशत छात्रों को ही प्लेसमेंट मिला, जो कि पिछले साल 85 प्रतिशत था. जैविक विज्ञान और जैव-इंजीनियरिंग (BSBE) विभाग में भी पिछले साल 74 प्रतिशत की तुलना में केवल 54 प्रतिशत छात्रों को ही प्लेसमेंट मिल पाया.

इन कंपनियों ने लिया था हिस्सा

इस साल प्लेसमेंट में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया, गोल्डमैन सैक्स, ड्यूश इंडिया, ईएक्सएल, फ्यूचर्स फर्स्ट, ओरेकल इंडिया, टाटा प्रोजेक्ट्स, बीपीसीएल, नवी, क्वालकॉम, जगुआर लैंड रोवर इंडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज, प्रूटोर और टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स प्रमुख कंपनियां शामिल हुई थी.

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