संघ लोकसेवा आयोग परीक्षा (UPSC) में बैठने का अतिरिक्त मौका दिए जाने का मामला लगातार चर्चा में बना हुआ है. जिसमें कोरोना अभ्यर्थियों द्वारा ये मांग की जा रही थी कि उन्हें परीक्षा देने का अतिरिक्त मौका दिया जाए. जिसके बाद अब केंद्र सरकार ने मामले से जुड़ा हलफनामा सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर दिया है. जो अभ्यर्थियों को परेशान कर सकता है. क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा इन अभ्यर्थियों को मौका दिए जाने से इंकार कर दिया गया है. जिसके बाद से ये मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है.
गौरतलब है कि कोरोना (Covid-19) के चलते जनवरी 2022 में UPSC परीक्षा में नहीं बैठ पाने वाले उम्मीदवारों को अतिरिक्त मौके की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल हुई थी. जिस पर केंद्र सरकार द्वारा हलफनामे में कहा गया है कि UPSC परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवारों को अतिरिक्त मौका नहीं दिया जाएगा. कोरोना की वजह से जनवरी में UPSC परीक्षा में नहीं बैठ पाने वाले छात्रों को अतिरिक्त मौका देना संभव नहीं है. केंद्र सरकार का कहना है कि अगर UPSC परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों को मौका दिया गया तो देशभर में अन्य श्रेणियों में होने वाली परीक्षा के छात्रों द्वारा भी इसी तरह की मांग की जाएगी.
बता दें कि जनवरी 2022 में तीन उम्मीदवारों ने अतिरिक्त मौका दिए जाने की मांग करते हुए यह याचिका दाखिल की थी. जिन्होंने पिछले साल प्रीलिम्स क्लीयर किया था. लेकिन फिर कोरोना पॉजीटिव होने के चलते वे मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो सके. जिस पर अदालत ने UPSC और केंद्र सरकार से उनकी राय मांगी थी. जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या कोविड संबंधित प्रतिबंधों के कारण मुख्य परीक्षा में न बैठ पाने वाले छात्रों को छूट देना संभव है. इसी पर अब केंद्र सरकार ने अपना जवाब दाखिल कर दिया है वहीं, UPSC का कहना था इससे किसी विशेष परीक्षा की गतिविधियां में दिक्कत आ सकती है. साथ ही अन्य परीक्षाओं पर भी इसका असर पड़ सकता है.