झारखंड में आए दिन सरकारी परीक्षा को लेकर पेपर लीक की खबरे सामने आती रहती है, ऐसे में छात्रों का मनोबल न टूटे इसलिए झारखंड कर्मचारी आयोग ने छात्रों को भरोसा दिलाया है कि हाल ही में हुई जेएसएससी परीक्षा में किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो आरोप सही मिले तो परीक्षा प्रक्रिया होल्ड कर दी जाएगी. ये भरोसा जेएसएससी के चेयरपर्सन प्रशांत कुमार ने दिलाया है. बुधवार को हुए प्रेस कॉन्फेंस में उन्होंने कहा कि सिर्फ सील खुलने से पेपर लीक नहीं हो सकता है.
प्रमाण देने पर होगी जांच
आरोप लगाने वाले को प्रमाण भी देने होंगे, तभी जांच होगी. अगर प्रमाण नहीं देते हैं तो ये लगेगा कि यह एक षड्यंत्र है. अध्यक्ष ने कहा कि ये हो सकता है कि प्रश्न पत्र रिपीट हो सकते हैं, इससे पेपर लीक नहीं हो सकता है. प्रश्नपत्रों को रैंडमली सलेक्ट किया गया था. पेपर में किसी भी तरह की कदाचार की शिकायतों पर सीसीटीवी जांच औऱ मजिस्ट्रेट से पूछताछ की जा सकती है. उन्होंने कहा कि पेपर ओएमआर शीट की डिजिटल कोडिंग की गई है.
राज्यपाल से लगाई मदद की गुहार
उम्मीदवारों ने अगर चूक की है तब भी पता चल सकेगा कि पेपर किस सेंटर के उम्मीदवार का है. उन्होंने आंसर की एक दो दिन में जारी करने की बात कही है. आपत्ति के लिए पांच दिन दिन का समय मांगा है.अभ्यर्थियों ने सीजीएल परीक्षा को रद्द करने के लिए राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से शिकायत की है. साथ ही परीक्षा लेने वाली एजेंसी और संलिप्त व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग की है. उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि परीक्षा शुरू होने से पहले आंसर-की लोगों को मिल गई थी.
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