आजकल परफ्यूम का इस्तेमाल हर किसी के जीवन का हिस्सा बन चुका है.परफ्यूम की खुशबू न केवल हमें तरोताजा महसूस कराती है, बल्कि हमारे आस-पास के लोगों को भी इसकी महक से प्रभावित करती है. अधिकतर लोग अलग-अलग मौकों के लिए अलग-अलग परफ्यूम का उपयोग करते हैं.डेली वियर, पार्टी, या खास अवसरों के लिए. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे महंगा परफ्यूम किस तरह से बनाया जाता है और इसके पीछे कौन-कौन से अनोखे इंग्रीडिएंट्स होते हैं?
परफ्यूम की दुनिया
परफ्यूम की दुनिया एक विशाल और महंगे बाजार की दुनिया है. जब बात दुनिया के सबसे महंगे परफ्यूम की आती है,तो इसमें इस्तेमाल होने वाले इंग्रीडिएंट्स की विशेषताएं और बनाने के लिए प्रक्रिया महत्वपूर्ण होती है. दुनिया के सबसे महंगे परफ्यूम में कई अनोखे और दुर्लभ इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल किया जाता है, इनमें से एक प्रमुख इंग्रीडिएंट है नेचुरल मस्क (Natural Musk), जिसे हिंदी में कस्तूरी कहते हैं. कस्तूरी दुनिया के सबसे महंगे परफ्यूम इंग्रीडिएंट्स में से एक माना जाता है.
कस्तूरी
कस्तूरी एक बहुत ही मंहाग इंग्रीडिएंट है, जिसे नर कस्तूरी मृग (Musk Deer) से प्राप्त किया जाता है. यह मृग एक स्पेशल ग्रंथि में कस्तूरी पैदा करता है, जो उसकी त्वचा के नीचे होती है. कस्तूरी ताजे में अर्ध-तरल होती है, लेकिन सूखने पर यह दानेदार पाउडर बन जाती है.इस पाउडर को शुद्ध अल्कोहल में टिंचर बनाकर परफ्यूम में उपयोग किया जाता है.
कैसे बनता है परफ्यूम
कस्तूरी प्राप्त करने के लिए नर कस्तूरी मृग को मरना पड़ता है. यह प्रक्रिया विवादित है क्योंकि कई लोग इसे अमानवीय मानते हैं. इसलिए, अधिकतर परफ्यूम निर्माता सिंथेटिक मस्क का उपयोग करते हैं, जो प्राकृतिक मस्क की जगह परफ्यूम में मिलाया जाता है. कस्तूरी को शुद्ध अल्कोहल में मिलाकर टिंचर बनाया जाता है. यह टिंचर परफ्यूम के मेन खास चीजों में से एक होता है और इसकी खूसबू लंबे समय तक बनी रहती है.
परफ्यूम की कीमत
दुनिया के सबसे महंगे परफ्यूम की कीमतें आमतौर पर लाखों रुपये तक पहुंच सकती हैं. इसकी वजह यह है कि इन परफ्यूम्स में इस्तेमाल होने वाले इंग्रीडिएंट्स बहुत ही दुर्लभ और महंगे होते हैं. कस्तूरी जैसे इंग्रीडिएंट्स की प्राप्ति की प्रक्रिया और उनके निर्माण की लागत इन्हें बहुत महंगा बना देती है.
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