दुनिया भर में कई धर्म है, जहां पर अलग-अलग नियम और मान्यताएं हैं. अपने-अपने धर्मों को मानने के लोग सांस्कृतिक परंपराओं का पालन करते हैं. हर धर्म में जन्म से लेकर मृत्यु तक के लिए अलग-अलग रीति-रिवाज होते हैं. आज हम आपको एक अनोखी परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें मृतकों के कंकाल को निकालकर उनकी सफाई की जाती है और उन्हें सम्मानित किया जाता है.
मा'नेने त्योहार, एक अनोखी परंपरा
इंडोनेशिया के दक्षिण सुलावेसी प्रांत के ताना तोराजा क्षेत्र में रहने वाले तोराजा जनजाति के लोग एक स्पेशल त्योहार मनाते हैं, जिसे "मा'नेने" कहा जाता है. यह त्योहार मृतकों की साफ-सफाई और सम्मान का प्रतीक है. तोराजा जनजाति के लोग मानते हैं कि मृत्यु केवल एक पड़ाव है, जिसके बाद मृतक की आत्मा नई यात्रा पर निकलती है. इसलिए वे अपने प्रियजनों के शवों को तुरंत दफनाने के बजाय कुछ समय तक अपने पास रखते हैं.
शवों का सम्मान
मा'नेने त्योहार के दौरान, तोराजा लोग अपने प्रियजनों के शवों को कब्र से निकालते हैं. इस प्रक्रिया के दौरान, वे शवों को नहलाते हैं और उन्हें नए कपड़े पहनाते हैं. यह न केवल शवों की सफाई का कार्य होता है, बल्कि यह मृतकों के प्रति उनके सम्मान और प्रेम को भी दर्शाता है. इस मौके पर परिवार के सदस्य शवों के साथ बातें करते हैं, उनकी तस्वीरें लेते हैं और उन्हें खाने-पीने की चीजें भी भेंट करते हैं. इस त्योहार की खास बात ये है कि सिगरेट पिलाई जाती है. इस पंरपरा इस बात का प्रतीक है कि वे मृतकों को जीवित मानते हैं और उनके साथ अपने रिश्ते को बनाए रखते हैं.
मा'नेने त्योहार आमतौर पर अगस्त में, फसल की बुआई से पहले मनाया जाता है. परिवार इस समारोह की तैयारी के लिए पहले से पैसे इकट्ठा करते हैं, क्योंकि यह एक बड़ा आयोजन होता है. इस त्योहार में शामिल होने के लिए पूरे परिवार के लोग एकत्रित होते हैं, जिससे यह एक सामाजिक समारोह भी बन जाता है.
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