Bihar Rozgar: बिहार में औद्योगिक विकास की सुस्त रफ्तार के बीच एक नई उम्मीद की किरण जगी है. माइक्रोफाइनेंस के क्षेत्र में देश भर में अपनी पहचान बना चुके रूपेश पांडेय ने बिहार में बड़े पैमाने पर निवेश करने का ऐलान किया है. इस खबर से जहां एक ओर आम जनता में खुशी की लहर है, वहीं दूसरी ओर सियासी गलियारों में हलचल मच गई है. चंपारण से ताल्लुक रखने वाले पांडेय ने हाल ही में उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा से मुलाकात कर अपनी योजनाओं से अवगत कराया.
इन क्षेत्रों में होगा निवेश
सूत्रों के मुताबिक, वे राज्य में ना सिर्फ बड़े उद्योग लगाएंगे बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी बड़ा निवेश करेंगे. उनके इस कदम से राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और आर्थिक विकास को गति मिलेगी. हालांकि, पांडेय के इस ऐलान ने सत्ताधारी दल के नेताओं की नींद उड़ा दी है. विपक्षी दल पहले ही सरकार पर राज्य में रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा न कर पाने का आरोप लगाते रहे हैं. अब पांडेय के इस कदम से विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक और मौका मिल गया है.
बिहार का बदलेगा परिदृश्य
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि पांडे के इस कदम के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं. वे ना सिर्फ बिहार के औद्योगिक परिदृश्य को बदल सकते हैं बल्कि राज्य की राजनीति में भी नया अध्याय लिख सकते हैं. फिलहाल, सभी की निगाहें रूपेश पांडेय के अगले कदम पर टिकी हैं. देखना होगा कि उनकी ये योजनाएं कब तक धरातल पर उतरती हैं और बिहार की जनता को इसका कितना लाभ मिलता है.
ये भी पढ़ें-रोजगार मेंले में कम पढ़ें-लिखें लोगों को मिलती है ज्यादा नौकरी, PHD और ग्रेजुएट वालों का ये था हाल
ये भी पढ़ें-JSSC Constable Exam: झारखंड कांस्टेबल भर्ती महिला अभ्यर्थियों के फिजिकल टेस्ट में बदलाव, मिलेगी ये रियायत
ये भी पढ़ें-अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का नाम बदला, जानें क्यों लिया इतना बड़ा फैसला?
ये भी पढ़ें-Hindi Day: हिंदी दिवस के दिन अपने स्कूल-कॉलेज में पढ़ें ये शानदार कविता, खूब बजेंगी तालियां