केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई ने शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (एनसीटी) सरकार के परामर्श से स्कूल बैंड का एक खास कार्यक्रम तैयार किया है. इसके तहत स्कूल बैंड नियमित रोटेशन के आधार पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नई दिल्ली पर अपनी कला का प्रदर्शन शुरू कर रहे हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक 25 फरवरी 2022 को इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (एनडब्ल्यूएम) की तीसरी वर्षगांठ मनाने के लिए छात्र स्मारक पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे. एनडब्ल्यूएम पर स्कूल बैंड के कला प्रदर्शन में जो स्कूल शामिल हो रहें हैं उनमें श्री ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय, गाजियाबाद, इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल, गाजियाबाद, वीएसपीके इंटरनेशनल स्कूल, दिल्ली, द मान स्कूल, दिल्ली और डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल, गाजियाबाद शामिल हैं.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक राष्ट्र को समर्पित किया था. इस स्मारक की तीसरी वर्षगांठ मनाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से इस स्मारक में स्कूल बैंड के कला प्रदर्शन का निर्णय लिया. इस पहल का उद्देश्य स्कूल के बच्चों में देशभक्ति, कर्तव्य के प्रति समर्पण, साहस और बलिदान के मूल्यों का समावेश करना तथा विशेष रूप से युवाओं की भागीदारी को बढ़ाना है, ताकि उन्हें इस प्रतिष्ठित युद्ध स्मारक से जुड़े विभिन्न पहलुओं का अनुभव हो सके. यह वीर गाथा परियोजना के विजन को आगे बढ़ाती है, जिसे रक्षा और संस्कृति मंत्रालयों द्वारा संयुक्त रूप से युद्ध नायकों की वीरता की कहानियों के बारे में बच्चों में जागरूकता बढ़ाने और उनके रचनात्मक वर्षों के दौरान बढ़ते हुए प्रदर्शन के माध्मय से राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया था.
शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के शिक्षा विभागों से भी नेशनल वॉर मेमोरियल एंड म्यूजियम, हेडर्क्वाटर इंटीग्रेटिड डिफेंस स्टाफ (एनडब्ल्यूएम एंड एम, एचक्यू आईडीएस) निदेशालय के साथ समन्वय में कला प्रदर्शन करने के लिए अपने संबंधित राज्यों के स्कूलों से एक बैंड नियमित कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में चयन करने का अनुरोध किया है. इसके लिए शिक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले सीबीएसई रक्षा मंत्रालय के समन्वय के साथ सभी स्कूलों के साथ तालमेल कर रहा है.
HIGHLIGHTS
- तीसरी वर्षगांठ के लिए स्कूल बैंड का खास कार्यक्रम
- सीबीएसई ने स्कूलों से परामर्श के बाद उठाया कदम