फीस वृद्धि (Fee Hike) के खिलाफ ऐसा लगता है कि भारत के सभी संस्थानों के छात्रों ने अब मोर्चा खोल दिया है. जेएनयू (JNU) के बाद अब IIMC के छात्रों ने फीस वृद्धि (Fee Hike) पर विरोध दर्ज कराया है. IIMC के छात्रों ने 3 दिसंबर से कॉलेज प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और अपनी मांगों को पूरा न होते देख छात्र 17 दिसंबर 2019 से भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. छात्रों ने 16 दिसंबर को एक प्रेस रिलीज जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि कॉलेज प्रशासन उनकी मांग नहीं सुनता है तो छात्र अनिश्चितकाल भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे.
IIMC छात्रों का कहना है कि ये संस्थान सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त सोसायटी है. सरकारी संस्थान “No Profit No Loss” के आधार पर चलने वाले हैं, जबकि आईआईएमसी में फीस साल दर साल बढ़ाई जा रही है.
16 दिसंबर को जारी की गई प्रेस रिलीज
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छात्रों का कहना है कि पिछले तीन सालों में ये फीस तकरीबन 50 फीसदी तक बढ़ा दी गई है. रेडियो और टेलिविजन जर्नलिज्म के एक छात्र ने जानकारी दी है कि हम केवल किफायती फीस स्ट्रक्चर और सभी को हॉस्टल सुविधा की मांग कर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि छात्रो ने दूसरे साल के लिए जारी किया गया फीस का सर्कुलर जला दिया जिसमें लिखा था कि कि रेडियो और टेलिविजन जर्नलिज्म के छात्रों को 80,000 रुपये और टोटल फीस 1,68,000 रुपये देनी होगी. जबकि इसके पहले साल यानी की 18-19 के बैच की फीस 1,45,000 थी जबकि इसके पहले यानी 17-18 के बैच की फीस 1,32,000 रुपये थी. छात्र के मुताबिक इसी तरह फीस में वृद्धि बाकी सभी स्ट्रीम में भी की गई है. इसके पहले कॉलेज प्रशासन ने इस संबंध में उचित कार्रवाई करने की बात कही थी.
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Radio and TV Journalism में Diploma कोर्स के छात्र Rishikesh Sharma ने न्यूज स्टेट को बताया कि छात्र आज से ही भूख हड़ताल पर बैठेंगे. उन्होंने कहा कि हम अफोर्डेबल एजुकेशन की मांग कर रहे हैं. Rishikesh Sharma ने बताया कि कॉलेज प्रशासन लगातार ये तर्क दे रहै है कि वो फीस स्ट्रक्चर को रिवाईज नहीं कर सकते हैं. जबकि ऐसा करने की पूरी ताकत एक्जीक्यूटिव कांउंसिल की होती है और डीजी और चेयरमैन जब चाहे एक्जीक्यूटिव कांउंसिल की मीटिंग बुला सकती है.
Rishikesh के मुताबिक, छात्रों की डिमांड है कि एक्जीक्यूटिव कांउंसिल की मीटिंग बुलाकर कम से कम छात्रों की मांग को सामने रखा जाए. छात्रों का कहना है कि चौदह दिन से छात्र लगातार कॉलेज प्रशासन को अपनी बात बता रहा है लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं लिया जा सका है, इसी कारण से अब उन्हें भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा है.
Rishikesh ने बताया कि छात्रों की ये मांग है कि प्रशासन सबसे पहले Executive council की मीटिंग बुलाए और उसमें छात्रों की मांग को रखा जाए क्योंकि EC की मीटिंग में ही कुछ फैसला लिया जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- फीस वृद्धि (Fee Hike) के खिलाफ ऐसा लगता है कि भारत के सभी संस्थानों के छात्रों ने अब मोर्चा खोल दिया है.
- जेएनयू के बाद अब IIMC के छात्रों ने फीस वृद्धि पर विरोध दर्ज कराया है.
- आज 17 दिसंबर 2019 से IIMC के Students भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो