संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) एक से छह सितंबर के बीच होगी, जबकि राष्ट्रीय अर्हता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-स्नातक) परीक्षा 13 सितंबर को कराने की योजना है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई-नीट की परीक्षाओं को सुरक्षित बनाने और अभ्यर्थियों की आशंकाओं को शांत करने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. एनटीए, नीट और जेईई के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने, एक सीट छोड़कर बैठाने, प्रत्येक कमरे में कम उम्मीदवारों को बैठाने और प्रवेश-निकास की अलग व्यवस्था जैसे कदम उठाएगी.
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छात्रों को मिले अपनी पसंद के परीक्षा केंद्र
एनटीए ने यह भी सुनिश्चित किया कि 99 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवारों को उनकी पसंद का परीक्षा केंद्र मिले. इन परीक्षाओं के लिए छात्रों को उनकी पसंद एवं घरों के नजदीक परीक्षा केंद्र चुनने का विकल्प दिया गया था. छात्रों को वरीयता क्रम के हिसाब से परीक्षा केंद्रों के विकल्प को चुनना था. एनटीए के मुताबिक, 99 फीसदी छात्रों को उनकी पहली पसंद के आधार पर परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए हैं.
नीट और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में 27 लाख से अधिक छात्रों को अपनी पसंद का परीक्षा केंद्र चुनने का अवसर दिया गया है. इस वर्ष जेईई-मुख्य परीक्षा के लिए 9.53 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है, जबकि नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है. छात्रों को अपनी पसंद का केंद्र चुनने का विकल्प इसलिए दिया गया है, ताकि उन्हें लंबी यात्रा न करनी पड़े और वह अपनी सुविधा के अनुसार परीक्षा केंद्र का चयन कर सकें.
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परीक्षा केंद्रों की संख्या को बढ़ाया गया
इन प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित करने की बढ़ रही मांग के बीच एनटीए यह व्यवस्था कोविड-19 महमारी के मद्देनजर केंद्रों पर सामाजिक दूरी के नियम का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए करेगी. जिसके लिए एहतियातन कदम उठाए हुए परीक्षा केंद्रों की संख्या 570 से बढ़ाकर 660 कर दी गई है. वहीं नीट के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या 2546 से बढ़ाकर 3843 की गई है.
परीक्षा के लिए पालियों की संख्या बढ़ाई गई
जेईई कंप्यूटर आधारित परीक्षा है, जबकि नीट पारंपरिक तरीके से कलम और कागज पर होती है. इतना ही नहीं, जेईई-मुख्य परीक्षा के लिए पालियों की संख्या 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है और प्रत्येक पाली में विद्यार्थियों की संख्या अब 1.32 लाख से घटकर 85,000 हो गई है. सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए जेईई-मुख्य परीक्षा में छात्रों को परीक्षा कक्ष में एक सीट छोड़कर बैठाया जाएगा, जबकि नीट परीक्षा में एक कमरे में विद्यार्थियों की संख्या 24 से घटाकर 12 कर दी गई है.
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इन दिशानिर्देशों का करना होगा पालन
- जेईई मेन परीक्षा एक से 6 सितंबर के बीच होगी
- नीट की परीक्षा 13 सितंबर को कराई जाएगी.
- छात्रों के एडमिट कार्ड पर दिए गए हैं सोशल डिस्टेंसिंग के सारे नियम
- सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा.
- छात्रों को दूसरों से 6 फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी.
- सभी की परीक्षा केंद्र में घुसने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग होगी.
- छात्रों को मुंह पर मास्क और हाथ में दस्ताना पहनना होगा.
- अपने लिए खुद पानी की बोतल पानी होगी.
- परीक्षा केंद्र पर हैंड सैनिटाइजर ले जाना होगा.