कोचिंग इंडस्ट्री (Coaching Industry) को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने और ज्यादा से ज्यादा छात्रों तक गुणवत्तापूर्ण कोचिंग एजुकेशन पहुंचाने के लिए पुणे के प्रमुख कोचिंग संस्थान टाकलकर क्लासेस (Takalkar Classes) ने एक्स्ट्रामार्क्स (Extramarks) के साथ समझौता किया है. दरअसल, टाकलकर क्लासेस इस समझौते के जरिए डिजिटल कोचिंग सेगमेंट में प्रवेश करने के साथ ही डिजिटल लर्निंग में विशेषज्ञता पाना चाहता है. बता दें कि एक्स्ट्रामार्क्स ने पिछले कुछ वर्षों में पूरे महाराष्ट्र में छात्रों को उनके ड्रीम एजुकेशन और कैरियर बनाने में काफी सशक्त किया है. बता दें कि टाकलकर क्लासेस को टीओआई ग्रुप (TOI Group) के द्वारा पुणे के टॉप कोचिंग संस्थान के रूप में मान्यता दी गई है.
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35 वर्षों के कार्यकाल में 1 लाख से अधिक छात्रों तक पहुंचने में कामयाब रहा है टाकलकर क्लासेस
अपने 35 वर्षों के कार्यकाल में टाकलकर क्लासेस पुणे में अपने 20 केंद्रों के माध्यम से 1 लाख से अधिक छात्रों तक पहुंचने में कामयाब रहा है. बता दें कि इन सभी 20 केंद्रों का नेतृत्व महिला संचालिकाओं के द्वारा किया जाता है. संस्थान ने हमेशा अपने छात्रों के लिए कक्षाओं में बेहतरीन शिक्षण अनुभव बनाने के लिए इनोवेशन को सपोर्ट किया है. बता दें कि पुणे में छात्रों के बीच लोकप्रियता और विश्वसनीयता हासिल करने के बाद टाकलकर क्लासेस की अब पूरे महाराष्ट्र में अपनी पैठ बनाने की योजना है. इसके लिए उन्होंने एक्स्ट्रामार्क्स के सहयोग से महत्वाकांक्षी TASK प्रोजेक्ट टाकलकर आत्मानिर्भर शिक्षण कार्यकम शुरू की है.
इस परियोजना के लिए पूरे महाराष्ट्र में TASK गुरू नियुक्त किए जाएंगे जो कि के-12 छात्रों के लिए तकनीक आधारित उच्च गुणवत्ता वाली शैक्षिक सामग्री को उपयोग में लाएंगे. एक्सट्रामार्क्स एजुकेशन (Extramarks Education) के सीईओ ऋत्विक कुलश्रेष्ठ का कहना है कि हम टाकलकर क्लासेस के साथ समझौते से उत्साहित हैं. उनका कहना है कि इस समझौते के जरिए एक्स्ट्रामार्क्स लर्निंग सामग्री और सेवाओं को ज्यादा से ज्यादा छात्रों को उनकी शैक्षणिक क्षमता को उभारने में मदद मिलेगी. उनका कहना है कि हमारे Test Prep सॉल्यूशंस और गो-टू-स्कूल कार्यक्रम के माध्यम से हम देश में सीखने के तरीके को बदलने के लिए डिजिटल की शक्ति और क्षमता को पहले ही देख चुके हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से उत्पन्न हुई विकट परिस्थितियों में एक्स्ट्रामार्क्स के छात्र अपनी पढ़ाई को आसानी से आगे बढ़ाने में सक्षम थे. उनका कहना है कि इस समझौते से उम्मीद है कि टाकलकर क्लासेस के छात्र भी वही सबकुछ हासिल कर सकेंगे.
टाकलकर क्लासेस के डायरेक्टर शीतल पाटिल (Sheetal Patil) ने कहा कि नई व्यवस्था में प्रौद्योगिकी और छात्रों के अनुकूल सामग्री के बगैर शिक्षा अधूरी है. उन्होंने कहा कि इस बात को समझते हुए ही टाकलकर क्लासेस ने एक्स्ट्रामार्क्स के साथ यह समझौता किया है. उनका कहना है कि इस समझौते से टाकलकर क्लासेस को अतिरिक्त शैक्षणिक उत्कृष्टता उपलब्ध कराने में सक्षम होगा और साथ ही पूरे महाराष्ट्र में शिक्षकों के नेटवर्क का विस्तार करने में भी सक्षम होगा.
HIGHLIGHTS
- टाकलकर क्लासेस ने एक्स्ट्रामार्क्स के सहयोग से महत्वाकांक्षी TASK प्रोजेक्ट टाकलकर आत्मानिर्भर शिक्षण कार्यकम शुरू किया
- समझौते के जरिए एक्स्ट्रामार्क्स लर्निंग सामग्री और सेवाओं को ज्यादा से ज्यादा छात्रों को उनकी शैक्षणिक क्षमता को उभारने में मदद मिलेगी