महामारी कोरोनावायर के बीच कल यानि 9 अगस्त को यूपी बीएड (UP BED 2020) की प्रवेश परीक्षाएं होने जा रही है. ये परीक्षाएं उत्तर प्रदेश में लगे साप्ताहांत लॉकडाउन के बीच होगा. दरअसल, यूपी में 31 अगस्त तक सप्ताह में 2 दिन (शनिवार और रविवार) को लॉकडाउन रहता है. रविवार, 9 अगस्त को यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा 2020 का आयोजन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा.
बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए उत्तर प्रदेश के 73 जिलों में 1089 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. दो पालियों में होने वाली परीक्षा में 431904 अभ्यर्गी शामिल होंगे. यूपी में सप्ताहांत लॉकडाउन होने के बीच प्रवेश परीक्षा होने के कारण अभ्यार्थियों को कई दिक्कत न हो इसलिए टैक्सी और बसों को चलने की छूट दी गई है. बीएड की प्रवेश परीक्षा में बड़ी संख्या में अभ्यार्थी भाग ले रहें हैं.
और पढ़ें: IIM CAT 2020: शुरू हो चुका है कैट Entrance Test का रजिस्ट्रेशन, यहां जानें कैसे करें आवेदन
सभी अभ्यर्थियों को एक घंटा पहले परीक्षा केन्द्र पर रिपोर्ट करना होगा. 1 घंटा पहले पहुंचने से उम्मीदवारों को आसानी से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्रवेश मिल सकेगा. सभी अभ्यर्थियों के लिए मास्क अनिवार्य किया गया है. सेनिटाइजेशन का सामान, पीने का पानी, खाने का सामान भी अपना लाएं.
अभ्यर्थी प्रवेश पत्र की दो कॉपियां प्रिंट कर लें और आवेदन पत्र में अभ्यर्थी ने जिस फोटो को अपलोड किया है, वही फोटो प्रवेश पत्र के प्रिन्ट आउट में तय स्थान पर चिपकाएं. साथ ही तय स्थान पर अपना एवं अपने पिता/संरक्षक का हस्ताक्षर करवायें. अभ्यर्थी निर्धारित स्थान पर अपनी दोनों तर्जन इनडेक्स फिंगर का निशान लगाएं. प्रवेश पत्र की दो प्रतियां परीक्षा केंद्र लानी हैं, एक परीक्षा कक्ष में कक्ष निरीक्षक महोदय को देनी हैं.
वहीं कोरोनावायरस के बीच हो रहे बीए़ड प्रवेश परीक्षा पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं. विपक्ष का आरोप है कि कोरोना काल में जब स्कूल कॉलेज बंद हैं, सभी यूनिवर्सिटी ने अपनी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है तो ऐसे में सरकार लाखों अभ्यर्थियों की जान को खतरे में क्यों डाल रही है.
कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि बड़े-बड़े बीएड कॉलेज चलाने वाले शिक्षा माफिया छात्रों से लाखों की फीस वसूल सकें इसलिए तमाम खतरे के बाद भी बीएड प्रवेश परीक्षा कराया जा रहा है.
वहीं विपक्ष के आरोपों को BJP ने सिरे से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक बयानबाजी करार दिया है. बीजेपी का कहना है कि सरकार ने सुनिश्चित किया है कि Covid 19 के सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुरक्षित माहौल में परीक्षा हो.