केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने पूरे देश में 21 अक्टूबर से 21 नवंबर 2021 तक वीर गाथा परियोजना का आयोजन किया. गुरुवार को देशभर से इस प्रतियोगिता के 25 विजेताओं का चयन किया गया. वीर गाथा एक ऐसी अनूठी परियोजना है जिसे हमारे देश के स्कूली बच्चों को युद्ध नायकों और बहादुर लोगों की कहानियों से प्रेरित करने के लिए शुरू किया गया है और इसे पूरे देश से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में रक्षा मंत्रालय ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर यह सोच रखी है कि स्कूली छात्रों को वीरता पुरस्कार विजेताओं के आधार पर गतिविधियां करने के लिए प्रेरित किया जाए.
28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में फैले 4,788 स्कूलों के 8,03,900 से अधिक छात्रों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया. छात्रों ने निबंध, कविता, चित्र और मल्टीमीडिया प्रस्तुतियों के रूप में अपनी प्रेरणादायक कहानियों को साझा किया. कई दौर के मूल्यांकन के बाद 6 जनवरी 2022 को 'सुपर 25' को चुना गया और विजेता घोषित किया गया. एक राष्ट्रीय स्तर की समिति ने सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों का चयन किया है. विजेताओं को 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. साथ ही 25 जनवरी 2022 को उनके नई दिल्ली आगमन पर सम्मानित किया जाएगा और वे रक्षा मंत्रालय के विशेष अतिथि के रूप में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेंगे. रक्षा मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय और भारत सरकार सभी प्रतिभागियों को वीर गाथा परियोजना के प्रति उनके उत्साह के लिए बधाई और धन्यवाद दिया है.
मंत्रालय का कहना है कि गणतंत्र दिवस 2022 कई मायनों में विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में मनाया जा रहा है. आजादी के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार कई नए कार्यक्रम किये जा रहे हैं. जीवन के सभी क्षेत्रों से उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करके इसे लोगों का उत्सव बनाने का प्रयास किया गया है. साथ ही गणतंत्र दिवस के आयोजनों की तैयारी की प्रक्रिया में भी लोगों में राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना पैदा करें या फिर से जगाने की कोशिश करें.
HIGHLIGHTS
- 21 अक्टूबर से 21 नवंबर 2021 तक वीर गाथा परियोजना का आयोजन
- 4,788 स्कूलों के 8,03,900 से अधिक छात्रों ने कार्यक्रम में भाग लिया