अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की राह देख रहे छात्रों के लिए खुशखबरी है. शिक्षा मंत्रालय ने NIRF 2024 रैंकिंग जारी कर दी है. इसके तहत देश के टॉप मेडिकल कॉलेजों की लिस्ट दी गई है. अब जो भी MBBS की पढ़ाई करना चाहता है तो वह इस लिस्ट को ध्यान में रखकर अपने कॉलेज का चुनाव कर सकता है.
क्या है NIRF
NIRF यानी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रैंकिंग फ्रेमवर्क, इसके तहत आईआईटी, आईआईएम, यूनिवर्सिटीज समेत देश के उच्च शिक्षण संस्थानों को जगह मिलती है. IIT मद्रास ओवरऑल कैटिगरी में लगातार 2019 से लेकर 2023 तक अव्वल रहा है. इतना ही नहीं 2016 से लेकर 2023 तक इंजीनियरिंग कैटिगरी में भी यह संस्थान पहले स्थान पर जमी हुई है.
ये है टॉप मेडिकल कॉलेजों की लिस्ट
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, दिल्ली
- पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस, बेंगलुरु
- जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
- संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
- अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल
- मद्रास मेडिकल कॉलेज और सरकारी जनरल अस्पताल, चेन्नई
- डॉ. डी. वाई. पाटिल विद्यापीठ, पुणे
- सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज, चेन्नई
- श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, तिरुवनंतपुरम
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, ऋषिकेश
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, भुवनेश्वर
ये है बेस्ट तीन कॉलेजों के स्कोर
बता दें कि टॉप मेडिकल कॉलेज की लिस्ट में सबसे पहला नंबर ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस,दिल्ली का है। एम्स दिल्ली का स्कोर 94.46 प्रतिशत है. वहीं पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़ दूसरे स्थान पर है. इस कॉलेज का स्कोर 80.83 प्रतिशत है जबकि क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर 75.11 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है.
यह भी पढ़ें: हर कोई नहीं लगा सकता अपने कार पर झंड़ा, केवल इन लोगों को ही है परमिशन, पकड़े जानें पर मिल सकती है सजा
उच्च शिक्षण संस्थाएं 13 श्रेणियों में सूचीबद्ध
दरअसल, इस वर्ष देश के उच्च शिक्षण संस्थानों को 13 श्रेणियों में सूचीबद्ध किया गया है. इनमें ओवरऑल, यूनिवर्सिटी, मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, लॉ, आर्किटेक्चर, कॉलेज, रिसर्च इंस्टीट्यूट, फार्मेसी, डेंटल, एग्रीकल्चर और संबंधित क्षेत्र, और इनोवेशन शामिल हैं. वहीं, पिछले साल 5 हजार से ज्यादा उच्च शिक्षण संस्थाएं इस सूची में जगह बनाने के लिए हिस्सा बनी थीं.