आज ही के दिन यानि कि 10 अप्रैल को दुनिया का सबसे बड़ा जहाज टाइटैनिक (Titanic) अपनी पहली और आखिरी यात्रा पर निकला था. RMSटाइटैनिक दुनिया का सबसे बड़ा वाष्प आधारित यात्रा जहाज था. बता दें कि ये साउथम्पटन (इंग्लैंड) से अपनी पहली यात्रा पर, 10 अप्रैल 1912 को रवाना हुआ था. इसके बाद चार दिन की यात्रा के बाद, 14 अप्रैल 1912 को वह एक हिमशिला से टकरा कर डूब गया. इस दर्दनाक हादसे में 1,517 लोगों की मौत हुई थी, जो इतिहास की सबसे बड़ी शांतिकाल समुद्री आपदाओं में से एक है.
ये भी पढ़ें: टाइटैनिक के डूबने के 105 साल बाद मिला मां को लिखा बेटे का पत्र, 1.08 करोड़ रु में हुआ नीलाम
टाइटैनिक जहाज से जुड़ें तथ्य-
- आरएमएस टाइटैनिक को 20वीं सदी की शुरुआत में इंग्लैंड की जहाज बनाने वाली एक कंपनी वाइट स्टार लाइन ने बनाया था. यह तीन ओलिंपिक क्लास जहाजों में से एक था.
- इसके निर्माण का काम 1909 में शुरू हुआ था और 1912 में इसे पूरा कर लिया गया था.
- इसके बाद 2 अप्रैल, 1912 को इसका समुद्री परीक्षण हुआ था. 10 अप्रैल, 1912 को जहाज इंग्लैंड से न्यू यॉर्क के लिए रवाना हुआ था.
- 14 अप्रैल, 1912 को रविवार के दिन जहाज समुद्र में बर्फ के एक पहाड़ से टकरा गया. टकराने के महज दो घंटे 40 मिनट के अंदर जहाज डूब गया.
- 15 अप्रैल, 1912 को सुबह 2.20 पर दुनिया का सबसे विशालकाय जहाज डूब गया.
बता दें कि टाइटैनिक के बारे में यह भी कहा जाता है कि टाइटैनिक में तकरीबन 3 दिनों से आग लगी थी. इसकी जानकारी वहां पर मौजूद जहाज के कैप्टन एवं जहाज के कुछ सदस्य को पहले से पता था लेकिन फिर भी जहाज का पूरा टिकट बिक जाने के कारण ये काला सच छुपाया.
Source : News Nation Bureau