कोरोना का कहर जारी है. अभी तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है. अभी तक देश में हजारों लोगों को मौत की नींद सुला चुका है. वहीं इस वायरस का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ रही है. पांच महीने से अधिक समय से स्कूल-कॉलेज बंद है. ऑनलाइन क्लासेस के तहत पढ़ाई हो रही है. वहीं इस बीच स्कूल प्रबंधन को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्कूल फीस नहीं आने से शिक्षकों को सैलरी देने की समस्या हो रही है. प्रबंधन का कहना है कि जब पैसा नहीं आ रहा है तो हम कहां से दें. वहीं इस बीच उत्तर प्रदेश CBSE मैनेजर एसोसिएशन अध्यक्ष श्याम पचौरी ने सरकार से अपील की है कि पांच महीने से स्कूल की फीस नहीं आई है. हम केवल शिक्षा शुल्क की मांग कर रहे हैं ताकि हम अपने अध्यापकों को वेतन दे सकें. जो फीस दे सकते हैं कम से कम वो तो फीस दें.
वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता CBSE स्कूल मैनेजर एसोसिएशन ने कहा कि हमने 6 महीने की अतिरिक्त फीस लगभग 10 हज़ार करोड़ माफ की है. हमारी सक्षम परिवारों से अपील है कि कम से कम शिक्षा शुल्क तो दें. अगर ऐसा नहीं हो सकता तो सरकार से निवेदन है कि शिक्षा शुल्क का केवल आधा हमारे कर्मियों और शिक्षकों को प्रदान करें.
Source : News Nation Bureau