कुछ दिनों पहले जारी एक रिपोर्ट में CBSE Board के 10वीं के पासिंग परसेंटेज को लेकर एक अचंभित करने वाला आकड़ा सामने आया है. पिछले हफ्ते शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार 2017-18 में 10वीं का पासिंग परसेंट गिरकर 68.9 रह गया है जबकि इसके पिछले साल वर्ष 2016-17 में ये आंकड़ा 92.4 फीसदी था. इसमें यह भी बताया गया है कि AAP के लगभग 40 फीसदी विधायकों ने मार्च 2017 से जनवरी 2018 के बीच शिक्षा पर एक भी मुद्दा नहीं उठाया.
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10 वीं कक्षा का उत्तीर्ण प्रतिशत 2016-17 में 92.44 प्रतिशत से गिरकर 2017-18 में राज्य के सरकारी स्कूलों के लिए 2017-18 में 68.90 हो गया जब CBSE बोर्ड परीक्षा पैटर्न फिर से शुरू किया गया.
'State of School Education in Delhi' शीर्षक वाली रिपोर्ट को प्रजा फाउंडेशन ने प्रकाशित किया है जो इस क्षेत्र में काम करने वाली एक गैर-सरकारी संस्था (NGO) है.Municipal Corporation of Delhi में, 49 पार्षदों ने 2017-18 में शिक्षा पर एक भी मुद्दा नहीं उठाया और 2017-18 में कुल पार्षदों में से केवल 11 प्रतिशत ने 10 से अधिक मुद्दे उठाए. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2013-14 में एमसीडी स्कूलों में नामांकन 8.69 लाख से गिरकर 2017-18 में 7.24 लाख हो गया.
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इसमें कहा गया है कि MCD स्कूलों में कक्षा 1 में नामांकन 2010-11 में 1.69 लाख से 43 प्रतिशत गिरकर 2017-18 में 95,817 हो गया है और यदि वर्तमान प्रवृत्ति जारी रहती है, तो समय श्रृंखला विश्लेषण के अनुसार, 2020-21 में नामांकन घटकर 37,938 रह जाएगा.
Source : PTI