दूसरे बोर्ड से सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) में प्रवेश लेने वाले कक्षा 9 और 11 के छात्रों के लिए प्रोसेसिंग फीस में वृद्धि की शिकायतों के बाद, अभिभावक संघ (parent association) ने 9 सितंबर को दिल्ली उच्च न्यायालय में सीबीएसई के फैसले को चुनौती देने जा रहा है. 3 सितंबर को Ministry of Human Resource and Development (MHRD) ने सीबीएसई बोर्ड को पहले ही एक कानूनी नोटिस जारी कर दिया है.
यह भी पढ़ें- RBSE BSER: राजस्थान बोर्ड 10वीं सप्लीमेंट्री रिजल्ट इस दिन होगा घोषित, पढ़ें पूरी डिटेल
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने अपने नए सर्कुलर में उल्लेख किया है कि इस तरह के कोई शुल्क नहीं होंगे. यह बताते हुए कि इसका ‘गलत उल्लेख’ किया गया था, परिपत्र ने बताया कि छात्रों को कोई प्रसंस्करण शुल्क नहीं देना है (पहले 5,000 रुपये का उल्लेख किया गया था)। हालांकि, कक्षा 9 और कक्षा 11 में 40 से अधिक छात्रों वाले स्कूलों को बोर्ड परीक्षाओं में उपस्थित होने के लिए 1,000 रुपये का पंजीकरण शुल्क देना पड़ेगा.
यह भी पढ़ें- Today History: आज ही के दिन हुआ था ताशकन्द समझौता, जानिए आज 6 सितंबर का इतिहास
कक्षा 9 और 11 में प्रवेश के संबंध में सीबीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध FAQs पर इस बारे में अपडेट कर दिया गया है. यह उक्त सर्कुलर की श्रेणी 11 के तहत मेंशन किया गया है कि यदि प्रति छात्र 40 छात्रों की सीमा के भीतर प्रवेश किया जाता है तो कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं ली जाएगी. जबकि सीबीएसई के सर्कुलर में कहा गया है कि इसके अलावा अन्य शुल्क 1,000 और न कि 5,000 रुपये लिया जाएगा. जो कि सर्कुलर में गलती से उल्लेख हो गया है. इससे पहले, 18 जुलाई को जारी एक सर्कुलर में उल्लेख किया गया था कि कक्षा 9 या 11 में प्रवेश लेने वाले अन्य बोर्ड के छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में उपस्थित होने के लिए 5,000 रुपये का प्रसंस्करण शुल्क देना होगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो