सीबीएसई पेपर लीक मामले में रविवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक कोचिंग संस्थान का मालिक और अन्य दो प्राइवेट स्कूल के टीचर्स हैं। दिल्ली पुलिस ने मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि इस मामले में दो तरह से पेपर लीक किया गया है।
पुलिस के अनुसार परीक्षा से एक दिन पहले पेपर की हाथ से लिखी हुई कॉपी लीक की गई थी जिसकी जांच के दौरान दूसरा मामला खुल के सामने आ गया।
दिल्ली पुलिस ने कहा, 'दोनों टीचर्स ने सुबह 9:15 बजे पेपर की फोटो क्लिक की और उसे कोचिंग सेंटर के मालिक को भेज दिया। इसके बाद कोचिंग सेंटर मालिक ने इस पेपर को छात्रों में बांट दिया।'
पुलिस ने बताया कि दोनों टीचर्स और कोचिंग सेंटर के मालिक ने मिलकर यह प्लानिंग की थी। एक पेपर को करीब 2500/- रु में बेचा जा रहा था। हालांकि पेपर कितने बच्चों को बेचा गया इसकी जांच जारी है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दो टीचर्स रिषभ और रोहित प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं। पुलिस अब उनसे पता लगाने की कोशिश में जुटी हुई है कि इनके साथ कोई और भी मिला है या सिर्फ यही दोनों थे। इसको लेकर पुलिस ने अभी तक सीबीएसई को क्लीन चिट नहीं दी है।
दरअसल पेपर एग्जामिनेशन सेंटर के इंचार्ज की मौजूदगी में सुरक्षा के बीच ही खोला जाता है।
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बता दें कि तीनो गिरफ्तारियां 12वी के इकनॉमिक्स पेपर लीक मामले में हुई हैं। अभी 10वीं के पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी होना बाकी है।
गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच की टीम ने आउटर दिल्ली के बवाना में शनिवार को तीन स्कूलों के एक प्रिंसिपल और 6 टीचरों से पूछताछ की थी। इन सभी पर सीबीएसई क्वेश्चन पेपर को वॉट्सऐप ग्रुप में शामिल करने का आरोप है।
आपको बता दें कि सीबीएसई की ओर से आयोजित बोर्ड परीक्षा में दसवीं के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र विषयों के पेपर लीक हो गए थे।
सीबीएसई ने दोनों पेपर्स को दोबारा करवाने का ऐलान किया है। 12 (अर्थशास्त्र) का पेपर 25 अप्रैल को होगा, वहीं दसवीं (गणित) के पेपर को दोबारा करवाने पर अभी विचार किया जा रहा है।
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Source : News Nation Bureau