Central Board of Secondary Education-CBSE ने अपने नेक्स्ट एकेडमिक सेशन से कुछ नये सब्जेक्ट्स को इंट्रोड्यूस करने वाली है. बोर्ड के एक अधिकारी के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस (Artificail Intelligance), अर्ली चाइल्ड हुड केयर एजुकेशन (early childhood care education) और योगा (Yoga) तीन नए कोर्स शामिल किए जाने हैं. अधिकारी के अनुसार बोर्ड की गवर्निंग बॉडी की हालिया बैठक में इन तीनों सब्जेक्ट्स को जोड़ने का फैसला लिया गया है.
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अधिकारी के मुताबिक, CBSE सत्र 2019-2020 से कक्षा 9 में वैकल्पिक 6वां विषय के रूप में कृत्रिम बुद्धिमत्ता को शामिल कर रहा है. स्टूडेंट्स को बहुविषयक दृष्टिकोण को बढा़ने के लिए और नई पीढ़ी के स्टूडेंट्स को संवेदनशीलता से परिचित कराने के लिए, ये निर्णय लिया गया है. यह निर्णय लिया गया है कि पहले कक्षा 8 के स्टूडेंट्स के साथ 12 घंटे के AI 'inspire module' को पहले शुरु किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि बोर्ड ने वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर योग और प्रारंभिक बचपन की शिक्षा को वैकल्पिक विषयों के रूप में पेश करने का फैसला किया है. अधिकारी ने कहा कि यह निर्णय विभिन्न रिपोर्टों द्वारा पूरक स्कूलों की मांग को देखते हुए लिया गया था जिसमें योग पेशेवरों और बचपन के शिक्षकों की भारी आवश्यकता थी.
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मानदंडों के अनुसार, माध्यमिक स्तर पर एक कौशल विषय, मौजूदा पांच अनिवार्य विषयों के साथ अतिरिक्त छठे विषय के रूप में पेश किया जा सकता है. यदि कोई छात्र तीन वैकल्पिक विषयों (विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान) में से किसी एक में फेल हो जाता है, तो उसे कौशल विषय (Skill Subject) (6 वें विषय के रूप में दिया जाएगा) और दसवीं कक्षा के परिणाम 5 बेस्ट सब्जेक्ट्स के आधार पर निर्धारित किया जाएगा.
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हालांकि, यदि कोई छात्र असफल विषय में फिर से आने की इच्छा रखता है, तो वह कम्पार्टमेंट परीक्षा में शामिल हो सकता है. इसी तरह, वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर, बोर्ड ने स्कूलों को 42 विषयों में से वैकल्पिक विषय के रूप में कम से कम एक या अधिक कौशल-आधारित विषय की पेशकश करने की सलाह दी है.
अधिकारी ने कहा कि बोर्ड समय-समय पर कौशल विषयों के सफल कार्यान्वयन के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण और अन्य पहलुओं के लिए आवश्यक सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करेगा.
Source : PTI