कोरोना संकट में भी उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) की शिक्षा व्यवस्था की रफ्तार नहीं थमी है. माध्यमिक और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शैक्षणिक गतिविधियां बदले हुए स्वरूप में लगातार जारी हैं. ई-लर्निग (E-learning) से प्रदेश के 32.79 लाख विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं. उप्र के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि सरकार इस बात के लिए कटिबद्ध है कि महमारी के दौर में भी पढ़ाई रुके नहीं. उन्होंने कहा कि ई-लर्निग की पहल के तहत दूरदर्शन के स्वयंप्रभा चैनल के जरिए कक्षा 10 व 12 के लिए कक्षाएं शुरू हो गई हैं. अब तक इन कक्षाओं के लिए 53 वीडियो प्रसारित किए गए हैं, जिनसे 32.79 लाख विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन कक्षाएं गूगल मीट, गूगल क्लास रूम आदि इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर हो रही हैं.
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अब तक लगभग 351,805 ऑनलाइन कक्षाएं हो चुकीं
अब तक लगभग 351,805 ऑनलाइन कक्षाएं हो चुकी हैं, जिनमें प्रतिदिन औसतन 274887 विद्यार्थियों ने भाग लिया है. इस दौरान करीब 6939 शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन कोर्स भी किए गए तथा 5791 शोधपत्र लेख व पुस्तके लिखी गईं. महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों द्वारा विभिन्न प्रकार की 3577 ऑनलाइन ट्रेनिंग कराई गई. डॉ़ शर्मा ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट व दीक्षा पोर्टल के जरिए भी कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को ई-कंटेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं. विभाग की वेबसाइट पर ई-किताबें व दीक्षा पोर्टल पर वीडियो भी उपलब्ध हैं. दीक्षा एप का 40.73 लाख लोगों द्वारा प्रयोग किया जा रहा है. ऑनलाइन शिक्षा की सामग्री को इतना सरल बनाकर तैयार किया जा रहा है कि विद्यार्थियों को घर पर समझने में जरा भी परेशानी नहीं हो.
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हेल्पलाइन 18001805310 पर बनाई गई
इसके लिए हेल्पलाइन 18001805310 पर बनाई गई है. डॉ.शर्मा ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग व्हाट्सएप के जरिए बच्चों तक शिक्षण सामग्री पहुंचाकर पढ़ाई करा रहा है. विभाग द्वारा व्हाट्सएप वर्चुअल कक्षाएं भी शुरू की गई है. इससे 28487 माध्यमिक विद्यालय आच्छादित हैं. ऑनलाइन शिक्षा की प्रक्रिया में 2.97 लाख शिक्षक करीब 64.73 लाख विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. इस बात के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं कि व्यवस्था शोपीस नहीं बने. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कक्षा 10 व 12 की बोर्ड की परीक्षाएं पहले सम्पन्न कराई जा चुकी हैं. उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी आरंभ हो गया है और जून में परीक्षा परिणाम को घोषित करने पर तेजी से काम चल रहा है. प्रयास किया गया है कि पिछले तीन साल में लिए गए सुधारात्मक कदमों की रतार व उनके परिणाम कोरोना से प्रभावित नहीं हो.
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छात्रों के लिए 155185 ई कंटेंट तैयार कर विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों की वेबसाइट पर अपलोड किए गए
छात्रों के लिए 155185 ई कंटेंट तैयार कर विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों की वेबसाइट पर अपलोड किए गए हैं. इनको 906126 विद्यार्थियों ने उपयोग किया है. उपमुख्यमंत्री ने बताया कि वहीं दूरदर्शन व इग्नू द्वारा शुरू किए गए 4 फ्री चैनलों द्वारा भी शिक्षण सामग्री का प्रसारण कराया जा रहा है. कोरोना संक्रमण से जागरूक करने के लिए भी बच्चों व अभिाभवकों को जानकारी दी जा रही है. विभाग आरोग्य एप डाउनलोड कराने में भी बड़ी पहल कर रहा है. उच्च शिक्षा विभाग द्वारा 16 लाख तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा 74.58 आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराया गया है. विद्यालयों द्वारा करीब ढाई लाख मास्क भी बनाए गए हैं.