रक्षा मंत्रालय ने इस शैक्षणिक वर्ष के लिए गैर सरकारी संगठनों, निजी स्कूलों और राज्य सरकारों के साथ साझेदारी में 21 नए सैनिक स्कूलों की स्थापना को मंजूरी दी है. ये स्कूल पार्टनरशिप मोड में देशभर में 100 नए सैनिक स्कूल स्थापित करने की सरकार की पहल के शुरुआती चरण में स्थापित किए जाएंगे. ये मौजूदा सैनिक स्कूलों से अलग होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 100 नए सैनिक स्कूल स्थापित करने के सपने के का उद्देश्य छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और उन्हें सशस्त्र बलों में शामिल होने सहित करियर के बेहतर अवसर प्रदान करना है.
यह निजी क्षेत्र को आज के युवाओं को कल के जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए परिष्कृत करके राष्ट्र निर्माण की दिशा में सरकार के साथ हाथ से काम करने का अवसर भी देता है. इनमें से 17 स्कूल ब्राउनफील्ड चलाने वाले स्कूल हैं और चार ग्रीनफील्ड स्कूल हैं जो जल्द ही चालू हो जाएंगे, जबकि गैर सरकारी संगठनों, ट्रस्टों और समितियों के पास 12 स्वीकृत नए स्कूलों की हिस्सेदारी है. छह निजी स्कूल और तीन राज्य सरकार के स्वामित्व वाले स्कूल ऐसे अनुमोदित नए सैनिक स्कूलों की सूची में जगह पाते हैं.
मौजूदा सैनिक स्कूलों के विपरीत, जो विशुद्ध रूप से आवासीय प्रकृति के हैं. सात नए सैनिक स्कूल डे स्कूल हैं और ऐसे 14 नए स्वीकृत स्कूलों में आवासीय व्यवस्था है. ये नए सैनिक स्कूल, संबंधित शिक्षा बोर्डों से संबद्धता के अलावा, सैनिक स्कूल सोसायटी के तत्वावधान में कार्य करेंगे और सोसायटी द्वारा निर्धारित साझेदारी मोड में नए सैनिक स्कूलों के लिए नियमों और विनियमों का पालन करेंगे. ये अपने संबद्ध बोर्ड के नियमित पाठ्यक्रम के अलावा सैनिक स्कूल पैटर्न के छात्रों को एकेडमिक प्लस पाठ्यक्रम की शिक्षा भी देंगे.
HIGHLIGHTS
- बच्चों को बेहतर नागरिक बनाने की पहल
- 100 सैनिक स्कूलों से इतर खुलेंगे नए