एनसीईआरटी (NCERT) ने कक्षा 10 की विज्ञान की किताब से रसायन विज्ञान की आवर्त सारणी को हटा दिया है. एनसीआरटी ने बच्चों पर बोझ कम करने के लिए ऐसा किया है. इस फैसले के बाद से शिक्षाविद और शोधकर्ता काफी नाराज हैं. आपको बता दें कि रसायन विज्ञान की समझ विकसित करने के लिए आवर्त सारणी को एक महत्वपूर्ण विषय माना जाता है. इसकी सहायता से ही बच्चे यह समझ सकते हैं कि सभी तत्वों का विकास किस प्रकार हुआ है. इनकी मदद से केमिस्ट्री की कई चीजें समझी जा सकती हैं. अब किताब से निकाले जाने के बाद शिक्षक बहुत दुखी हैं. उनका मानना है कि इससे लाखों छात्र प्रभावित होंगे.
आलोचकों ने किया इसका विरोध
एनसीईआरटी इन दिनों सिलेबस में तेजी से बदलाव कर रही है. हाल ही में 9वीं और 10वीं कक्षा की पाठ्यपुस्तकों से चार्ल्स डार्विन के विकासवाद के सिद्धांत को हटाने के लिए काफी विरोध हुआ था. वही जारी किया गया, पाठ्यपुस्तकों में आवर्त सारणी, प्रदूषण और जलवायु से संबंधित विषयों सहित कई और अध्यायों की कटौती का पता चला है. आलोचकों का तर्क है कि जल, वायु प्रदूषण, संसाधनों और विभिन्न ऊर्जा स्रोतों पर अध्यायों को हटाना आज की दुनिया में इन विषयों की प्रासंगिकता का खंडन करता है.
12 वीं क्लास के राजनीति विज्ञान में किताब में बड़ा बदलाव
पिछले साल जून में, कोविड-19 को महामारी बताने वाले विभिन्न पाठों को कक्षा 10 की पाठ्यपुस्तकों से हटा दिया गया था. ऐसा बच्चों पर बोझ कम करने के लिए किया गया है. हालांकि अब नई किताबें बाजारों में उपलब्ध हैं. इसके साथ ही आनंदपुर साहिब संकल्प के संदर्भ में 12वीं कक्षा के राजनीति विज्ञान से खालिस्तान और अलग सिख राष्ट्र से संबंधित विषयों को हटा दिया गया है. यह बदलाव शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से आपत्ति दर्ज कराने के बाद किया गया है. अब आने वाले समय भी ऐसे कई बदलाव देखे जा सकते हैं.
HIGHLIGHTS
- विकासवाद के सिद्धांत को हटाने के लिए काफी विरोध हुआ था
- शोधकर्ता काफी नाराज हैं
- अलग सिख राष्ट्र से संबंधित विषयों को हटा दिया गया है
Source : News Nation Bureau