कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccine) आने से लोगों के बीच उम्मीद जगी है कि अब उन्हें इस वायरस से छुटकारा मिल जाएगा. कोरोना के कारण महीने से बंद पड़े स्कूल (School Reopen) भी अब खुलने लगे हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश में छोटी कक्षा के बच्चों को अभी भी स्कूल आने की अनुमति नहीं मिल पाई है. बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावक की अनुमति अनिवार्य हैं. ऐसे में प्राइवेट स्कूल प्रशासनों ने दावा किया है कि राजधानी में 50 फीसदी अभिभावकों ने कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों की ऑफलाइन पढ़ाई की अनुमति दे दी हैं.
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इन स्कूलों का कहना है कि दोबारा ऑफलाइन क्लास, पढ़ाई को शुरू करने को लेकर सहमति पत्र आने शुरू हो गए हैं. कोई व्हाट्सएप से सहमति दे रहा है तो कोई स्कूल के एप पर. लेकिन वहीं कई अभिभावक अब भी बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश में 1 मार्च से कक्षा 1 से पांच तक के स्कूल पूरी तरीके से खुल जाएंगे. इसके अलावा 10 फरवरी से ही कक्षा 6 से 8वीं के स्कूल खुल जाएंगे.
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत भारत सरकार द्वारा समय-समय पर आने वाली गाइडलाइंस के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया गया है.
गुरुग्राम
गुरुग्राम में कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए 1 फरवरी से स्कूल को सख्त कोरोना प्रोटोकॉल के साथ फिर से खोल दिया गया. हरियाणा के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, स्कूल का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक रखा गया है. इससे पहले, हरियाणा सरकार ने 14 दिसंबर से कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोल दिया था, जबकि उन्हें 21 दिसंबर से कक्षा 9 और 11 के छोत्रों के लिए खोला गया था.
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने का निर्देश दिया.सोमवार को स्कूल प्रबंधन कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए देखा गया और छात्रों को उचित स्क्रीनिंग, फेस मास्क और स्वच्छता के बाद ही परिसर में प्रवेश की अनुमति दी गई.
तेलंगाना
लगभग 11 महीने के बाद तेलंगाना ने सोमवार (1 फरवरी) को कोरोना महामारी के मद्देनजर सभी एहतियाती उपायों के साथ स्कूलों और कॉलेजों को फिर से खोल दिया गया. 9 वीं कक्षा और उससे ऊपर के छात्र सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों जैसे मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपनी कक्षाओं में लौट आए हैं.
स्कूल में प्रवेश के दौरान जिस भी छोत्रों के पास मास्क नहीं था, उन्हें मास्क मुहैया कराया गया है. छात्रों को प्रवेश के पहले थर्मल स्क्रिनिंग से गुजरना पड़ा.
स्कूलों, जूनियर कॉलेजों, डिग्री कॉलेजों और पोस्ट-डिग्री कॉलेजों को कोरोना के प्रसार की जांच करने के लिए सभी एहतियाती उपायों के साथ फिर से खोला गया.
अभिभावकों से सहमति पत्र लेने के बाद स्कूलों में छात्रों को प्रवेश की अनुमति मिली. यह छात्रों के लिए मिश्रित भावनाएं थीं. जबकि वे एक लंबे अंतराल के बाद क्लास रूम में वापस लौटने और अपने शिक्षकों और दोस्तों से मिलने के लिए खुश थे.
राज्य में 14,252 हाई स्कूल और 2,464 जूनियर कॉलेज और 1,000 से अधिक डिग्री कॉलेज हैं. कई निजी स्कूलों ने भीड़भाड़ से बचने के लिए समय में बदलाव किया गया है.
Source : News Nation Bureau