दिल्ली के सरकारी स्कूलों में काफी सुधार हुआ है, इसलिए अब अभिभावक नामी-गिरामी स्कूलों को छोड़कर दिल्ली सरकार के स्कूलों में अपने बच्चों के एडमिशन कराने के लिए आ रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि बड़े बड़े प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बच्चे एडमिशन ले रहे हैं. आंकड़े भी कुछ यही बयां कर रहे हैं. निजी स्कूलों के 2 लाख से अधिक छात्रों ने सरकारी स्कूलों में प्रवेश ले लिया है. यह सिर्फ केजरीवाल सरकार (CM Arvind Kejriwal) की वजह से संभव हो सकता है.
केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी काम किया है. दिल्ली में अब सरकारी स्कूलों का स्तर निजी स्कूलों से भी बेहतर हो गया है. इस वजह से अब अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करा रहे हैं.
यह भी पढ़ें : तेज प्रताप का आरोप- इसलिए मेरे भाई से नहीं मिलने दे रहे संजय यादव
दो लाख छात्र निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों में आए
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है. निजी स्कूलों को छोड़कर सरकारी स्कूलों में छात्र एडमिशन ले रहे हैं. पिछले कुछ ही समय में निजी स्कूलों के 2 लाख से अधिक छात्रों ने सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है.
यह भी पढ़ें : कोराना से जान गंवाने वाले गरीब परिवारों को दो लाख रुपए देगी हरियाणा सरकार
दिल्ली के स्कूलों में होगी अंतरराष्ट्रीय बोर्ड की पढ़ाई
केजरीवाल सरकार लगातार दिल्ली के सरकारी स्कूलों के स्तर में सुधार कर रही है. दिल्ली के स्कूलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर के बोर्ड की पढ़ाई होगी. इसको लेकर दिल्ली सरकार ने इंटरनेशनल बैकलौरिएट (आईबी) के साथ में करार किया है.
यह भी पढ़ें : आतंकवादी संगठन ISYF मॉड्यूल का भंडाफोड़, ये खतरनाक हथियार हुए बरामद
शिक्षा के स्तर में किए बड़े सुधार
दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़े सुधार किए हैं. हाल ही में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम को जोड़ने का फैसला लिया गया था, ताकि छात्रों को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत किया जा सके. इसके अलावा दिल्ली सरकार ने अपने शिक्षा बोर्ड का गठन किया है. सीबीएसई की तरह दिल्ली का अपना शिक्षा बोर्ड होगा.