महामारी कोरोनावायरस को देखते हुए 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी गई है .इस साल दसवीं कक्षा के छात्रों को बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. इस फैसले के बाद करीब 30 लाख छात्र-छात्राओं को 11वीं में प्रमोट कर दिया जाएगा. इसका फायदा उन छात्रों को भी मिलेगा जो पिछले साल हाईस्कूल की परीक्षा में फेल हो गए थे. साल 2020 में 4.62 लाख छात्र अनुत्तीर्ण थे. इनमें से अधिकांश मे इस साल की परीक्षा के लिए आवेदन किया था. बता दें कि पिछले साल 2772656 परीक्षार्थी 10वीं की परीक्षा में सम्मिलित हुए थे. इनमें से 2309802 पास हुए. कुल 462854 परीक्षार्थी उत्तीर्ण नहीं हो सके थे. जबकि हाईस्कूल परीक्षा के लिए पंजीकृत 3024480 छात्र, छात्राओं में से 251824 ने परीक्षा छोड़ दी थी. परीक्षा नहीं होने के कारण ऐसे परीक्षार्थी भी पास हो जाएंगे.
वहीं बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी करते हुए कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं की कक्षोन्नति से संबंधित रिपोर्ट तलब की है.
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गौरतलब है कि सरकार ने प्रदेश में परिस्थितियां अनुकूल होने पर जुलाई के दूसरे सप्ताह से इंटरमीडिएट की परीक्षा को कराने की योजना भी बनाई है. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि सरकार ने मंथन के बाद 2021 की हाईस्कूल की परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2021 की कक्षा दस की परीक्षा को निरस्त करने के साथ ही सरकार ने कक्षा-12 की परीक्षा को कराने की योजना भी बना ली है.
डॉ. शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 2021 की कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया है. इस निर्णय से 29,94,312 बच्चों को बड़े संकट में फंसने से मुक्ति मिलेगी. कक्षा 10 के बच्चों के कक्षा 11 में प्रोन्नति के विस्तृत दिशा निर्देश तैयार करने का निर्देश भी उत्तर प्रदेश मध्यमिक शिक्षा परिषद को दिया गया है.
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बता दें कि सरकार ने इसके साथ ही समस्त बोर्ड के सभी स्कूलों के कक्षा 6, 7, 8, 9 एवं 11 के छात्रों को भी प्रोन्नत करने का भी निर्णय कर लिया है. उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कक्षा 6, 7, 8 के छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नति देने का निर्णय का शासनादेश पूर्व में जारी कर दिया गया है. अब यह निर्णय लिया गया है कि यदि किसी बोर्ड विशेष का अन्यथा आदेश न हो तो प्रदेश के समस्त बोर्ड के समस्त विद्यालयों की कक्षा 6, 7, 8 के छात्रों को अगली कक्षा में सामान्य प्रोन्नति दी जाए.
कक्षा 9 एवं 11 के छात्रों को उनकी वार्षिक परीक्षा के परीक्षाफल के आधार पर अगली कक्षा में प्रोन्नति दी जाए. यदि किसी विद्यालय में वार्षिक परीक्षा अभी तक संपादित नहीं हो पाई है तो वह छात्र के वर्ष भर किए गए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा में प्रोन्नति देंगे. यदि बोर्ड विशेष का कोई इस संबंध में आदेश होगा तो वह लागू होगा अन्यथा कक्षा 6, 7, 8, 9 एवं 11 की उक्त प्रदेश के समस्त बोर्ड के समस्त विद्यालयों पर लागू होगी. इन सभी आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा. जिला विद्यालय निरीक्षक को इसके नियमित अनुश्रवण एवं अनुपालन का दायित्व सौंपा गया है.