शिक्षा मंत्रालय की नेशनल स्टीरिंग कमेटी, नेशनल केरिकुलम फ्रेमवर्क की रूपरेखा तय करने जा रही है. इसके माध्यम से स्कूल और वयस्क शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा तय की जानी है. साथ ही यह कमेटी छोटे बच्चों के बचपन की देखभाल और शिक्षा के साथ साथ शिक्षकों की शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा विकसित करेगी. शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्टीयरिंग कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है. नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क का निर्धारण करने वाली इस कमेटी की यह पहली बैठक है. कमेटी की अध्यक्षता प्रसिद्ध वैज्ञानिक के कस्तूरीरंगन कर रहे हैं. इस बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की स्कूल शिक्षा सचिव अनीता करवाल एवं एनसीईआरटी के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.
राष्ट्रीय संचालन समिति के अध्यक्ष डॉ कस्तूरीरंगन ने राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा विकसित करने के लिए पहली बैठक की भी अध्यक्षता की. इस दौरान स्कूल शिक्षा विभाग की सचिव और एनसीईआरटी के अधिकारियों ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों और अपेक्षाओं के बारे में सदस्यों के साथ बातचीत की. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने 21 सितंबर को नेशनल स्टीयरिंग कमेटी फार डेवेलपमेंट आफ नेशनल केरिकुलम फ्रेमवर्क का गठन किया है. समिति के अध्यक्ष भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक के. कस्तूरीरंगन हैं. के. कस्तूरीरंगन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का नेतृत्व किया है. साथ ही वह वह एनईपी, 2020 की मसौदा समिति के भी अध्यक्ष थे.
यह समिति चार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा विकसित करेगी. इनमें स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, बचपन की देखभाल और शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या, शिक्षक शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा और प्रौढ़ शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा शामिल. समिति पाठ्यक्रम सुधारों के प्रस्ताव के लिए इन चार क्षेत्रों से संबंधित एनईपी 2020 की सभी सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए स्कूली शिक्षा, प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई), शिक्षक शिक्षा और प्रौढ़ शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेगी.
समिति उपरोक्त सभी चार क्षेत्रों के विभिन्न पहलुओं पर राष्ट्रीय फोकस समूहों द्वारा अंतिम रूप दिए गए स्थिति पत्रों पर चर्चा करेगी. समिति राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के लिए टेक प्लेटफॉर्म पर प्राप्त राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा से इनपुट प्राप्त कर रही है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह समिति सभी राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा भविष्य के लिए संबंधित क्षेत्रों पर कोविड19 महामारी जैसी स्थितियों के निहितार्थ पर भी प्रतिबिंबित करेगी.