Teacher day 2025: भारत ने टेक्निकल की दुनिया में काफी अच्छा काम किया है, आज कई जगहों को आप देखेंगे तो टेक्नोलॉजी ने काम को काफी आसान बना दिया है. इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट का समय आ गया है. हर क्षेत्र में एआई का इस्तेमाल बढ़ा है. शिक्षा के क्षेत्र में भी एआई ने अच्छा योगदान दिया है, जिसकी वजह से आज भारत में एक टीचर रोबोट होने के बाद भी बच्चो को बहुत ही अच्छी तरह से पढ़ा रही है. चलिए जानते हैं रोबोटिक टीचर की कहानी.
IRIS स्टूडेंट्स की है फेवरेट है
आईआरआईएस (Intelligent Robotic Interactive System) एक अत्याधुनिक एआई शिक्षक रोबोट है जिसे इंजीनियरों और वैज्ञानिकों ने मिलकर विकसित किया है इसका उद्देश्य क्लास में बच्चों की शिक्षा को और भी प्रभावशाली और रुचिकर बनाना है. यह रोबोट न केवल शिक्षा के क्षेत्र में नहीं बल्कि छात्र-शिक्षक के रिश्ते को भी बेहतर बनाने में सहायक होगा. IRIS अपने क्लास में बच्चों के हर सवाल का जवाब दे सकती है. साथ ही बच्चों को सीखाने के लिए उनका अंदर जिज्ञासा भरने के लिए भी टेक्निक का इस्तेमाल करती है. बच्चों के साथ आईरीस काफी फ्रेंडली है, यहां तक की स्टूडेंट्स की आईरीस फेवरेट भी है.
बच्चों को मोटिवेट भी करती है
यह रोबोट टीचर के पास कई भाषाओं का ज्ञान है, जिससे यह अलग-अलग भाषा के क्षेत्रों में भी काम कर सकती है. आईआरआईएस क्लास में एक शिक्षक की तरह शामिल हो सकती है, जिसमें यह बच्चों को गतिविधियां, खेल और कोर्स से संबंधित होमवर्क भी देती है. इतना ही नहीं यह बच्चों को एक्टिव रखने के लिए उन्हें मोटिवेट भी करती है. यह रोबोट टीचर बिल्कुल एक इंसानी टीचर की तरह काम करती है. यह रोबोट टीचर स्टडेंट्स के परफॉर्मेंस को भी ट्रैक करती है कि बच्चे की ग्रोथ कैसी हो रही है वह क्या कर रहा है.
आईआरआईएस भारत का पहला एआई शिक्षक रोबोट है, जो शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने का दावा करता है. आईआरआईएस की शुरुआत से यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में और भी नवाचार देखने को मिलेंगे.
ये भी पढ़ें-Happy Teachers Day: शिक्षक दिवस पर अपने गुरु को श्लोक के जरिए दें शुभकामनाएं
ये भी पढ़ें-Alert: कहीं आपकी डिग्री और मार्कशीट भी तो नहीं हो गई एक्सपायर? वैलिडेशन के लिए क्यों उठने लगे सवाल, जानें पूरा वाक्या