UGC new Course: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने छात्रों को ग्रेजुएशन के दौरान ही नौकरी पाने योग्य बनाने के लिए एक नया स्पेशल डिग्री कोर्स पेश करने की योजना बनाई है. इस कोर्स का नाम है अप्रेंटाइसशिप इम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (AEDP). यह कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत तैयार किया गया है, जिसका उद्देश्य छात्रों को वह प्रैक्टिकल नॉलेज देना है, जो आज के समय में इंडस्ट्री में डिमांड में है.
कब से होंगे एडमिशन?
यूजीसी ने इस डिग्री कोर्स के लिए गाइडलाइंस का प्रारूप तैयार किया है, जिसे 3 अक्टूबर को हुई बैठक में समीक्षा की गई. ये गाइडलाइंस जल्द ही यूजीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएंगी, और लोगों से सुझाव भी मांगे जाएंगे. इस कोर्स की शुरुआत जनवरी-फरवरी 2025 से हो सकती है. यह 3 या 4 साल के स्नातक डिग्री कोर्स के दौरान छात्रों को इंडस्ट्री आधारित ट्रेनिंग के साथ स्टाइपेंड भी देगा.
अगले सत्र से हो सकता है शुरू ये कोर्स
गाइडलाइंस के अनुसार, एईडीपी को स्नातक छात्रों की डिग्री कोर्सेज में अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग को शामिल करके उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है. यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने इन दिशा-निर्देशों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "छात्रों को थ्योरी ज्ञान के साथ-साथ प्रैक्टिकल शिक्षा भी मिलेगी, जिससे वे नियोक्ताओं की अपेक्षाओं पर खरे उतर सकें. हम सभी उच्च शैक्षणिक संस्थानों से अनुरोध करते हैं कि वे इन दिशा-निर्देशों का लाभ उठाएं और जनवरी-फरवरी 2025 के शैक्षणिक सत्र से एईडीपी कोर्स शुरू करें."
नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में टॉप 200 में स्थान पाने वाली विश्वविद्यालयें इस कोर्स को लॉन्च कर सकती हैं. इसके अलावा, जो विश्वविद्यालय नैक (NAAC) से कम से कम एक ग्रेड या 3.01 स्कोर हासिल करेंगी, वे भी इस कोर्स को चला सकेंगी. पात्रता पर खरे उतरने वाले संस्थान अपने अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में अप्रेंटाइसशिप को जोड़ सकते हैं. इसमें छात्रों को उनकी प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए अकादमिक क्रेडिट भी मिलेंगे.
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