MBBS Admission 2024: NEET रिजल्ट के बाद अब मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया काउंसलिंग के जरिए शुरू होगी. ऐसे में कई सरकारी कॉलेजों की सीटों को लेकर स्टूडेंट्स परेशान रहते हैं. वहीं इस साल से बिहार के स्टूडेंट्स को कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि बिहार में मेडिकल कॉलेजों की सीटों को बढ़ा दिया गया है, और इस साल से एडमिशन भी होने है. इस साल पहली बार समस्तीपुर और छपरा कॉलेज में सौ-सौ सीटों पर एडमिशन होगा. MBBS के 200 सीटों को बढ़ने से कॉलेजों में कुल सीटे 1690 हो जाएंगी. पहले बिहार में राज्य मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स के लिए 1490 सीटें ही थी.
इस साल ये सीटें बढ़कर 1690 कर दिया जाएगा. हालांकि बीडीएस कोर्स के लिए सीटों में कोई इजाफा नहीं हुआ है. पटना डेंटल और रहुई डेंटल कॉलेज, नालंदा में सौ सीटों पर एडमिशन होगा. वहीं प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के एमबीबीएस कोर्स को जोड़ दिया जाए तो 2500 से ज्यादा सीटें हो जाएंगी. बिहार के मेडिकल कॉलेजों में 15 सीटों पर ऑल इंडिया कोटा के तहत एडमिशन मिलता है. वहीं बची हुई 85 प्रतिशत सीटों पर राज्य कोटे से तहत एडमिशन लिया जाता है.
PMC पटना में 200, डीएमसी लहेरियासराय में 120, भागलपुर में 120,एनएमसी पटना में 150, मुजफ्फरपुर में 120, गया में 120, आईजीआईएमएस पटना में 120, जीएमसी बेतिया में 120, विम्स पावापुरी में 120, मधेपुरा में 100, ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज बिहटा में 100, जीएमसी पूर्णिया में 100, पटना डेंटल कॉलेज में 40 व रहुई डेंटल कॉलेज नालंदा में 100 सीटें हैं.
इस बार टाइ ब्रेकिंग के नियम बदले
एनटीए ने नीट रिजल्ट के साथ-साथ टाइ ब्रेकिंग के नियम में भी बदलाव किया है. परीक्षा में दो या दो से अधिक छात्रों के नंबर एक जैसे होने पर 8 नियमों को लागू किया है. पहले 7 ही नियम थे लेकिन रिजल्ट जारी होने के बाद 8वां नियम लागू किया था. 8वें नियम में एप्लीकेशन नंबर का नया प्रावधान जोड़े गए थे. जिन छात्र ने पहले एप्लीकेशन फॉर्म भरा उसको पहले काउंसलिंग के लिए कॉलेज अलॉट की जाएगी. उम्मीदवारों को ये नियम पसंद नहीं आाया और इस पर सवाल उठाने लगे.
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Source : News Nation Bureau